नमस्कार दोस्तो, कैसे हैं आप सब? उम्मीद है सब बढ़िया ही होंगे!
ये कहानी मेरी और मेरी मुंहबोली चाची के बारे में है, जिनको में सोलह साल की उम्र से गुलाम बन कर सेवा देता हुआ आया हूं। चाची ने पालतू कुत्ता बना के गुलामी करना सिखाया
दोस्तों में बहुत पुराने समय से हिंदी सेक्स कहानियां पड़ रहा हूं,
जिसमें पाठक अपने साथ हुई सच्ची घटनाओं को हमारे साथ साझा करते हैं।
इसलिए दोस्तों मैने सोचा की चूदाई का अनुभव तो मेरे पास भी बहुत है, क्योंकि मुझे खुद याद नहीं की अब तक ना जाने मेंने कितनी प्यासी लडकियों और गंदी भाभियों की गांड़ चटाई करके, और उनकी गुलामी करके, उन्हें अपनी जीभ और लन्ड का मजा का मजा दिया है।
तो क्यों ना में भी आपके साथ अपना सारा सच और अनुभव एक एक करके कहानियों के रूप में साझा करूं।
इसलिए मेंने अपनी जिंदगी कि पहली चूदाई को इस कहानी के रूप में बहुत मेहनत से लिखा है,
दोस्तों कृप्या कहानी का कोई भी पार्ट मिस किए बिना लास्ट तक कहानी पर बने रहें।
लेकिन, दोस्तों कहानी शुरु करने से पहले में आपको अपने बारे में कुछ जानकारी देना चाहूंगा।
दोस्तों, मेरा नाम मयंक शर्मा है और में आगरा शहर से हूँ।
दोस्तो, मैं एक 23 साल का बहुत ही गर्म, हवसी और गंदे किस्म का लड़का हूँ और मुझे अपनी उम्र से बड़ी लड़कियों, भाभियों और महिलाओं की मूत से भीगी हुई गीली गंदी चूत और महकती हुई गांड़ सूंघ कर उन्हें उनके मनचाहे तरीके से चोद कर खुश करने में बहुत मजा आता है।
आह दोस्तों ये सब सोचके ही मेरा सात इंच से भी लम्बा और तीन इंच मोटा लंद दिन रात चूदाई मचाने के लिए तैयार हो जाता है।
दोस्तों में बचपन से ही बहुत हरामी रहा हूं जिस उम्र में बच्चे पोगो देखा करते थे, उस उम्र में मैं स्कूल से आने के बाद मोबाइल फोन में मिल्फ्फ और बीडीएसएम पॉर्न देख कर पहले लन्ड हिलाया करता था,
उसके बाद रिलैक्स होकर खाना खाता था।
इसी बात से आप समझ गए होंगे की में बचपन से ही कितना हरामी रहा होऊंगा।
दोस्तों, ज्यादा मुठ मारने की वजह से में दिखने में शुरु से पतला रहा हूं, लेकिन मेरा लन्ड इस वजह से इतना बड़ा और मोटा हो गया है कि किसी भी प्यासी लड़की, भाभी या औरत की सारी प्यास बुझा सकता है।
दोस्तों में एक मिडिल क्लास परिवार से हूं और शुरू से ही सरकारी स्कूल में पड़ा हूं, और मेरे सभी दोस्त मेरे जैसे हरामी ही बने हैं, मेरे हरामी बनने की इतनी वजह शायद काफी हैं।
और दोस्तों मुझे हर तरह का सेक्स बहुत पसंद है लेकिन एकदम गंदा और बीडीएसएम स्लेव सेक्स से ज्यादा मुझे कुछ भी पसंद नहीं।
मेरा परिवार सन दो हजार, ( तकरीबन बीस सालों ) से आगरा में अलग अलग जगह पर किराए के मकान में रहता हुआ आया है।
दोस्तों, मेरा परिवार दुसरे राज्य से बिलॉन्ग करता है, लेकिन मेरी पैदाइश आगरा शहर की है।
मेरे परिवार में मम्मी, पापा, दादी और में सिर्फ हम चार लोग हैं,
बाकी मेरे चाचा चाची का परिवार भी हमारे घर से थोड़ी दूरी पर ही रहता है।
तो दोस्तों, आज से सात साल पीछे चलते हैं।
उस समय में और मेरी फैमिली जिस घर में रहते थे, वो एक तीन मंजिला मकान था, जिसमें ग्राउंड फ्लोर के दो रूम्स में हम लोग रहते थे और ऊपर के फ्लोर में मकान मालकिन और उनका परिवार रहता था।
उसकी मकान मालकिन एक पचास साल की औरत थी,
दोस्तों शायद में जब सात या आठ साल का होऊंगा, तब से हम उनके घर में रह रहे थे।
में उन्हें बचपन से अम्मा कहता था,
और अम्मा की फैमिली भी मेरी फैमिली के तरह ही छोटी सी थी।
अम्मा के पति का देहांत बहुत पहले ही हो चुका था,
अम्मा की फैमिली में परिवार के नाम पर बस उनके दो जवान लड़के ही थे, जिनको में चाचा कह कर संबोधित करता था।
अम्मा के छोटे बेटे का नाम रोहित था जिसकी उम्र उस समय लगभग बाइस साल रही होगी, और वो दिल्ली में रह कर पढ़ाई कर रहा था, जो कभी कभी आगरा आता था।
और अम्मा के बड़े लड़के का नाम सुमित था और वो आगरा की ही किसी कंपनी में काम करता था, उसकी उम्र लगभग अथाइश (28) साल की थी।
उसका काम ऐसा था की कभी कभी उसको कंपनी के काम से शहर से बाहर भी जाना पड़ता था।
सुमित चाचा की शादी अभी एक साल पहले ही अपनी उम्र से तीन साल बड़ी लड़की से हुई थी,
जिसकी उम्र तकरीबन इकतीस साल थी।
वो दिखने में गोरी थी, और शक्ल से चालू भी।
उसका नाम शिखा था। ( बदला हुआ नाम )
उन्हें में चाची बोलता था और दोस्तों ये कहानी मेरी इसी चाची के बारे में है।
दोस्तों शिखा चाची आगरा में ही किसी सरकारी स्कूल में टीचर थी, शायद इसलिए सुमित चाचा और अम्मा ने पैसों के लालच में शादी करते वक्त चाची की उम्र पर ध्यान नहीं दिया होगा।
खेर छोड़ो, इस बात से मुझे क्या।
दोस्तों शिखा चाची बड़े बड़े दूध और बड़ी बड़ी गांड़ वाली गोरी सेक्सी जवान औरत तो थी ही, इसके साथ-साथ वो स्वभाव से बहुत तेज़ तर्रार भी थी।
दोस्तों शादी के एक साल बाद से ही शिखा चाची ने अम्मा और सुमित चाचा पर अपनी धाक जमानी शुरु कर दी थी, और उनके घर में सब कुछ उनके कहे अनुसार ही होता था।
अगर सच बताऊं दोस्तों, शिखा चाची मुझे किसी गोडेस से कम नहीं लगती थीं।
चाची का परिवार और मेरा परिवार मिल कर एक परिवार की तरह रहते थे।
सुमित चाचा अक्सर रात को सात या आठ बजे तक घर आया करते थे, इसलिए चाची भी अपने स्कूल से आने के बाद अपने घर में अकेली ही रहती थीं।
शिखा चाची मुझे इतनी पसंद थी की में ज्यादातर अपने रुम से ज्यादा उनके रूम में ही रहता था और स्कूल से आने के बाद में अक्सर चाची के घर आने का इंतजार करता था, और जैसे ही चाची घर आ जाती में तुरंत उनके पास पहुंच जाता और वहीं टीवी या चाची के मोबाइल पर गेम खेलता रहता।
चाची घर पर मैक्सी में रहती थीं, जिस वजह से उनके गोरे रंग के बड़े बड़े दूध साफ झलकते थे, और उनकी बड़ी सी गांड़ के अलग ही नजारे दिखते थे।
मन करता था के अभी चाची के बूब्स पर बेताल की तरह लटक जाऊं, और चाची की बड़ी सी गांड़ की दरार में अपना पूरा मुंह घुसा दूं।
दोस्तों टीवी या गेम तो बस एक बहाना था,
में तो चाची के पास ज्यादा से ज्यादा रहने की कोशिश सिर्फ इसलिए करता था ताकि में ज्यादा से उनके दूध और गांड़ के दर्शन कर सकूं।
और चाची भी कभी कभी मेरी नज़रों को पकड़ लेती थीं, की में क्या देख रहा हूं, लेकिन बच्चा समझ के कभी कुछ कहती नहीं थीं।
दोस्तों में जब भी चाची से गेम खेलने के लिए मोबाइल मांगता, चाची बिना कुछ कहे अपना फोन मुझे दे देती थीं, और में उनके फ़ोन में सिर्फ गेम खेलने से ही मतलब रखता था।
लेकीन में जानना चाहता था की शिखा चाची के फोन में और क्या-क्या चीज़ें हो सकती हैं, लेकीन दोस्तों चाची भी ज्यादातर मेरी आंखों के सामने ही रहती थीं, इसलिए चाची के सामने होते हुए उनके फोन में ढूंढा ढकोरी करने को मेरी हिम्मत ही नहीं होती थी।
दोस्तों, बाकी दिनों की तरह एक दिन में चाची के घर आते ही उनके रूम पर पहुंच गया, उस दिन अम्मा घर पर नहीं थी, वो शायद सुबह ही अपनी बहन के यहां निकल गईं थीं, इसलिए शिखा चाची उस दिन अपने घर पर बिल्कुल अकेली थीं।
मेंने चाची के रूम में घुसने से पहले चाची को आवाज़ लगाई लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं मिला, फिर मेंने एक दो हल्की सी आवाज़ और लगाते हुए चाची के किचन और बाकी के दो रूम्स भी चेक किए, लेकिन चाची वहां भी नहीं थीं।
फिर मेंने देखा की शिखा चाची के दूसरे रूम में शिखा चाची का मोबाईल चार्जिंग पर लगा हुआ बेड पर रखा है, और पास में ही बेड पर उनकी ब्लैक कलर की ब्रा और पैंटी भी रखी हुई है।
आह दोस्तों ये नजारा देख कर ही मेरी तीन इंच की लुल्ली कब छह इंच का लंद बन गई, मुझे पता ही नहीं चला।
और मेरे दिमाग़ में तरह तरह की खुराफात चलने लग गई।
चाची की पैंटी और ब्रा वहां खुले में पड़ी देख कर मुझे ख्याल
आया की हो सकता है शायद चाची बाथरूम में नहाने गई हों,
ये सोचते हुए में बाथरूम की तरफ जाने लगा।
तभी मेंने देखा की बाथरूम से चाची के नहाने के साथ साथ
उनकी गंदी गंदी आवाजें भी आ रही थीं,
आआआह्हह येस माई डॉगी, चाट मेरी चूत को और साफ कर अच्छे से बहन चोद।
ये ले अपनी मालकिन का मूत अपने मुंह में,
आह आह पी इसे अच्छे से, चाट, साले भोंसड़ी के गांड़ चाट।
दोस्तों, घर पर तो कोई था नहीं, में ये सब सुनते ही समझ गया कि जरूर चाची गंदी कल्पनाएं करते हुए अपनी चूत में ऊंगली कर रही हैं, और अब झड़ने के बाद ही नहा धोकर बाथरूम से बाहर आयेंगी।
और दूसरी बात, दोस्तों में चाची की आआआह्हह्ह आआआह्हह्ह्हह की आवाजों और गालियों को सुन कर इतना गर्म हो गया था की में चाची के बाथरूम के पास से चुपचाप दबे पांव खिसकते हुए वापस से चाची के उस रूम में पहुंच गया,
जहां पर चाची का मोबाइल और उनकी ब्रा पैंटी रखे हुए थे।
रूम में घुसते ही मैंने जल्दी से चाची की पैंटी उठाई, और उसे किसी कुत्ते की तरह सूँघते हुए चाटने लग गया।
आह्ह्ह्ह दोस्तों, मेरी शिखा चाची की पैंटी से में उनकी चूत के रस की महक को अच्छे से पहचान सकता था, क्या महक थी दोस्तों में कैसे बताऊं, बस इतना समझ लो कि चाची की पैंटी को सुंघने और चाटने की वजह से मेरा लंद मेरी पेंट फार कर बाहर आने को हो रहा था,
तभी मेंने अपनी पेंट की चैन खोल कर
अपने सख़्त हो चूके लन्ड को बाहर निकाल लिया,
और चाची की पैंटी को साइड में रख कर उनका फोन चैक करने लगा।
दोस्तों मै जैसे ही चाची के फोन में व्हाट्सएप चैट पर पहुंचा, वहां पहुंच कर मैंने जो देखा उसे देखते ही मेरे होश उड़ गए।
चाची के व्हाट्सऐप पर एक ग्रुप बना हुआ था जिसमें चाची और उनके स्कूल की कुछ सहेलियां ऐड थीं, जिसमें वो सब एक दूसरे से पॉर्न विडियोज़ शेयर किया करती थीं।
दोस्तों जब मेंने चाची के ग्रुप से एक दो वीडियो प्ले किए तो पता चला वो सब बीडीएसएम स्लेव सेक्स वाले विडियोज थे, जिसमें लड़की एक लड़के के गले में कुत्ते का पत्ता डाल कर उसे अपने आगे पीछे घुमा रही थी, दोस्तों उस वीडियो में कभी वो लड़की उसके मुंह पर थूक रही थी तो कभी वो उसके मुंह पर चांटे बरसा रही थी, फिर वो उसके मुंह पर मूतने लगी।
आह दोस्तों इस तरह की कई विडियोज शिखा चाची के व्हाट्सअप ग्रुप में आई हुई थीं, अब में भी वो वीडियो देखने के बाद और ज्यादा गर्म हो गया, और चाची की पैंटी को फिर से उठा कर अपने चेहरे पर रगड़ने लगा।
दोस्तों इसके बाद में शिखा चाची की पैंटी को सूंघते हुए आँखें बंद करके चाची के शब्दों को याद करते हुऐ उन्हीं की तरह गंदी गंदी बातें बोलते बोलते अपने लंद को जोर जोर से हिलाने लगा।
आह्ह्ह्ह येस चाची, में आपका कुत्ता हूं, एकदम गंदा कुत्ता।
आपका मूत पिलाओ मुझे येस, चाची थूको मेरे मुंह पर प्लीज
बहुत गन्दा हूं में, बहुत गन्दा, आह मेरी शिखा चाची, आपकी चूत की मलाई खिला दो ना उहम्म।
बडबड़ाते हुऐ मेंने जोश जोश में चाची की पैंटी पर अपने लंद का सारा माल झाड़ दिया।
दोस्तों लन्ड हिलाते हिलाते में इतना मगन हो गया था की मुझे पता ही नहीं चला की शिखा चाची नहा कर कब रूम में वापस आ गईं।
चाची की पैंटी पर अपने लंद का पानी निकालने के बाद में जब पीछे मुड़ा तो मेंने देखा कि शिखा चाची मेरे पीछे ही बिल्कुल नंगी खड़ी थीं।
मेरी तो गांड़ ही फट गई और चाची की पैंटी मेरे हाथ से नीचे गिर पड़ी लेकिन मेरा लंद अभी भी मेरे हाथ में ही लगा था।
दोस्तों, वो सिचुएशन ही ऐसी हो गई थी की उस समय में कुछ भी रिएक्ट करने की स्थिति में नहीं था।
चाची गुस्से में चलती हुई मेरे पास आईं और मेरे मूंह पर थूक कर जोड़ से मेरे मुंह पर चांटा मारते हुऐ बोलीं-
साले हरामी में तो तुझे सिर्फ बच्चा समझती थी, लेकिन तू तो बहुत हरामी बच्चा निकला, ये क्या कर रहा था तू मेरी पैंटी के साथ, तेरी हिम्मत केसे हुई।
रुक अभी तेरी मां को बुला कर तेरी इस गंदी हरकत के बारे में बताती हूं, और फिर तू देख, तेरे साथ क्या होता है।
दोस्तों चाची की बातें सुन कर मुझे रोना आ गया, और में रोते रोते चाची के नंगे पैरों में गिर गया।
मुहबोली चाची ने पालतू कुत्ता बना के गुलामी करना सिखाया
सॉरी चाची, मूझसे गलती हो गई।
प्लीज मुझे माफ कर दीजिए।
पता नहीं आपकी आवाजें सुन कर और आपके फोन में वो विडियोज देख कर मुझे क्या हो गया था।
में ऐसा करने से खुद को रोक ही नहीं पाया।
इतने में शिखा चाची बोलीं- क्या बोला, कोन-सी आवाजें और कोन-सी वीडियो।
में बोला- चाची वो आप नहाते हुऐ बाथरूम में जो कर रहे थे और जो बोल रहे थे, में वो पास खड़े होकर सब सून रहा था और फिर मुझे आपके मोबाइल में गंदी गंदी विडियो भी दिख गए।
मूझसे बहुत बड़ी गलती हो गई।
प्लीज मुझे एक बार माफ कर दीजिए, आगे से कभी ऐसा नहीं करूंगा।
आप जो बोलोगे, में हमेशा करूंगा, और किसी गुलाम की तरह आपकी हर बात मानूंगा।
लेकिन चाची प्लीज, मम्मी को कुछ मत बताना, नहीं तो में मर जाऊंगा।
ऐसे कहते कहते में रोने लगा।
तभी शिखा चाची बोलीं क्या बोला तू मेरी सारी बातें मानेगा ?
सच में तू मेरा गुलाम बनके रहेगा।
में बोला हां चाची, आप जो भी चाहोगी में वो सब कुछ करूंगा।
लेकिन प्लीज मुझे माफ कर दीजिए और किसी को कुछ मत बताइए प्लीज, प्लीज, प्लीज।
तभी शिखा चाची बोलीं ठीक है, चल अब रोना बंद कर और जल्दी से चुप हो जा, में किसी को कुछ नहीं बता रही लेकिन तू ये मत समझना की मेंने तूझे माफ़ कर दिया।
याद रखना, आज जो तूने किया है ना, इसकी तूझे सजा भी जरूर मिलेगी।
चल अब भाग यहां से।
दोस्तों जैसे ही मेंने सुना की चाची अब किसी को कुछ नही बताएंगी तब जाकर मेरी जान में जान आई और तभी में चाची के कमरे से बाहर निकलने लगा।
तभी चाची की आवाज आई।
रुक पहले इधर आ फिर जाना।
में बोला- येस चाची
तभी शिखा चाची मेरे बाल पकड़ कर बोलीं- साले जाता कहां हैं, मेरी धुली धुलाई पैन्टी को गन्दा करके।
पहले इसे चाट कर साफ कर, उसके बाद अपने घर (अपने रुम)
में जाना।
इतना बोल कर चाची अपनी पैंटी को मेरे मूंह पर घिसते हुऐ मूझसे उस गन्दी पेंटी को चटवाने लगीं।
दोस्तों अब मेंने चाची की पैंटी पर लगे अपने ही लन्ड के माल को चाट चाट कर पुरी तरह से साफ करना शुरू कर दिया।
जब मेंने चाची की पैंटी को अच्छे से साफ कर दिया तब जाकर चाची ने मुझे वहां से जाने की इजाजत दी।
दोस्तों, अब में चाची के रुम से निकल कर पहले चाची के बाथरूम में गया, वहां अपने हाथ मूंह धोकर खुद को साफ किया और अपने कपड़े ठीक करके में अपने कमरे मैं चुपचाप जाकर सो गया।
इस घटना के बाद लगभग में तीन चार दिनों तक चाची के पास नहीं गया।
एक दिन में अपने ही कमरे में बेड पर लेटा हुआ टीवी देख रहा था कि चाची ऊपर से उतर कर नीचे हमारे कमरे में आ कर बैठ गईं और मेरी मम्मी से यहां वहां की बातें करने लगी।
तभी शिखा चाची मेरी मम्मी से बोलीं- भाभी आपसे एक बात पूछनी थी।
मम्मी बोलीं- हां बोलो शिखा
चाची- आज वो ना ऑफिस के काम से कहीं बाहर गए हैं, और अब कल ही वापस घर आयेंगे, और मम्मी जी भी कुछ दिनों से घर पर हैं नहीं, और भाभी सच बताऊं तो मुझे अकेले सोने की बिल्कुल भी आदत नहीं है, मुझे अकेले नींद नहीं आती तो क्या आप आज मनु को ऊपर सोने के लिए भेज दोगे।
मम्मी बोलीं- हां हां क्यूं नहीं, कोई बात नहीं में भेज दूंगी।
तभी मम्मी एकदम से मूझसे बोलीं- सून रहा है ना ? आज चाची के यहां सो जाना, ठीक है बेटा ?
में बोला- ठीक है मम्मी।
तभी चाची मेरी तरफ एक शैतानी स्माइल देते हुए देखने लगीं।
ये देखते ही में समझ गया कि चाची की मुस्कान में आज कुछ तो गड़बड़ है।
थोड़ी देर बाद शिखा चाची ऊपर अपने रुम में चली गईं और में भी वापस टीवी देखने लग गया।
धीरे धीरे शाम हो गई और फिर रात के आठ बज गए।
मम्मी खाना बनाने लगीं और थोड़ी देर बाद जब खाना बन गया तब में खाना पीना खाकर बेड पर लेटने को हुआ तो इतने में मम्मी बोली – बेटा सो मत जाना, याद है ना आज ऊपर सोना है चाची के पास, खाना तो खा लिया तुने, अब तू लेटेगा तो तूझे नींद आ जायेगी। चाची ने पालतू कुत्ता बना के गुलामी करना सिखाया
एक काम कर ऊपर चला जा, तेरी चाची अकेली होगी।
और नौ भी बजने वाले हैं, थोड़ी बहुत देर में हम भी सोने ही वाले हैं।
में बोला ओके मम्मी में जा रहा हूं सोने।
गुड नाइट मम्मी बोल कर में अपने रुम से निकल गया और ऊपर चाची के यहां चला गया।
चाची के रुम पर पहुंच कर मेंने बाहर ही खड़े होके चाची को आवाज़ दी।
चाची, शिखा चाची
तभी अंदर से आवाज आई।
दरवाजा खुला हुआ है, अंदर आजा ।
में अंदर चला गया, चाची बेड पर लेटी हुई टीवी देख रहीं थीं।
और उन्होंने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी, जिसमें चाची बहुत ज्यादा हॉट लग रही थीं।
तभी में चाची के पास ही उनके बेड पर लेट के टीवी देखने लगा।
लेकिन उस समय तो मुझे फिर से चाची के बारे में सोच के चाची के साथ पहले हो चुकी वो बातें याद आने लगीं और में आज फिर चाची को पास महसूस करने की वजह से गर्म होने लगा।
शायद चाची इस बात को समझने लगी थीं।
फिर दोस्तों ऐसे ही लेटे लेटे थोड़ी रात के करीब दस बज गए थे तभी चाची उठ कर बाथरूम की तरफ जाने लगीं ।
उनके जाने के बाद में भी बाथरूम के डोर के पास चला गया और दरवाजे के होल में से देखने लगा, तो मैंने देखा कि शिखा चाची वहां मूतने नहीं गई थी, बल्कि वो तो अपनी नाइटी पहनने गई थी.
फिर उन्होंने अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिराया और उसके बाद तो में पागल ही हो गया, उनके बूब्स उनके ब्लाउज से भी बाहर निकल रहे थे, उन्होंने अपना ब्लाउज निकाल फेंका तो उनके गोरे-गोरे बूब्स उनकी ब्रा से उछल-उछल कर बाहर आ रहे थे.
ये सब देखकर मेरा लंड भी अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, और उसके बाद मुझे हैरानी तब हुई, जब चाची ने अपना पेटीकोट निकाला तो उसके नीचे उन्होंने पेंटी नहीं पहन रखी थी, और उनकी चूत क्या मस्त लग रही थी।
उनकी चूत के ऊपर एक भी बाल नहीं था और वो अपने आपको एक मॉडल की तरह रखती थीं, उन्हें इस तरह देखकर में दरवाजे पर ही मुठ मारने लगा और मेरा थोड़ा-थोड़ा पानी निकलना शुरू हो गया।
इतने में चाची ने अपनी नाइटी पहन ली तो में झट से अपनी जगह पर आकर सो गया, फिर चाची भी आकर मेरे पास में लेट गईं।
फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मयंक बेटा उठ जा, मुझे पता है कि तू अभी मेरे बाथरूम के दरवाजे पर क्या कर रहा था।
साले हरामी तू एक नंबर का कुत्ता है, इसलिए तू कभी नहीं सुधरेगा।
में ये सब सुनकर पागल हो गया, फिर मैंने चाची से कहा कि चाची मुझे माफ़ कर दो में क्या करूँ ? मुझे जल्दी ही सेक्स चढ़ जाता है और में खुद को रोक ही नहीं पाता।
इतने में चाची बोली उठी कि साले तू अपनी प्यास मुझे देखकर ही बुझायेगा ? तो मैंने कहा नहीं चाची।
इतने में चाची बोली- फिर मुझे क्यों देख रहे थे ?
तो मैंने कहा चाची- प्लीज मुझे फिर से माफ़ कर दो।
तभी चाची बोली- साले अब तो तेरी सजा तुझे जरूर मिलेगी, फिर मैंने कहा चाची आप जो कहोगी में वो करूँगा, लेकिन आप मम्मी को कुछ मत बताना, नहीं तो मुझे बहुत मार पड़ेगी तो चाची ने कहा ठीक है।
फिर में सोने जा रहा था कि मेरे मुँह पर ज़ोर से थप्पड़ पड़ी तो मैंने देखा कि चाची मेरी तरफ बहुत गुस्से से देख रही थी, फिर मैंने पुछा चाची आपने मुझे मारा क्यों ?
तो उन्होंने मेरे मुंह पर एक और चांटा जड़ दिया, में तो देखता ही रह गया, फिर चाची ने कहा कि मैंने तुझे सोने को कहा क्या ?
मैंने कहा नहीं चाची।
फिर चाची ने जोर से मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे मसलते हुए चाची बोलने लगीं- साले हरामी आज से में तेरी मालकिन हूँ और तू मेरा पालतू कुत्ता है।
घरवालों की नजर में भले ही में तेरी चाची हूं लेकिन अकेले में तेरी मालकिन हूँ समझा।
फिर मैंने कहा जी चाची, फिर चाची ने मेरे मूंह पर एक चांटा और मारा और कहा कि मुझे मालकिन बोल मादरचोद, तेरी माँ ने तुझे सिर्फ़ किसी को कपड़े बदलते देखना ही सिखाया है ? तमीज़ नहीं सिखाई क्या तूझे साले।
में बोला- जी मालकिन
फिर शिखा चाची बोलने लगीं- तू मेरा कुत्ता बनने के लिए तैयार है या नहीं, तो मैंने कहा- में तो आपका कुत्ता हूँ मालकिन, तो मालकिन बोली कि वाह बहंचोद तू तो बहुत ही जल्दी सिख गया।
फिर उन्होंने कहा चल अपने दोनों पैरो पर खड़ा हो जा और में खड़ा हो गया, फिर उन्होंने मुझे अपने सारे कपड़े उतारने को कहा और मैंने अपने कपड़े निकाल दिए, अब में बस चड्डी में ही था इतने में चाची मेरे पास आई और मेरे गाल पर ज़ोर से एक थप्पड़ मारी और में नीचे गिर गया।
फिर उन्होंने कहा कि मैंने तुझे तेरे पूरे कपड़े उतारने को कहा था तो तूने अंडरवियर क्यों नहीं उतारी ? फिर उन्होंने एक झटके में मेरी अंडरवियर उतार दी और फिर वो मुझे पीठ के बल लेटने को बोलने लगीं तो मैंने वैसा ही किया।
फिर वो चलते हुए मेरे पास आई और कहने लगी कि तू मुझे क्यों देख रहा था ? तो मैंने कुछ नहीं कहा।
इतने में चाची अपने पैर को मेरे लंड पर रख दी और दबाने लगी, तो मैंने कहा मालकिन मुझे आपकी चूत देखनी थी तो वो हंस पड़ी और मेरे सीने पर आकर खड़ी हो गई।
फिर उसके बाद चाची ने मेरे मुँह के आगे अपनी पैर रख दिए और अपना ढेर सारा थूक दाल कर मुझे उसे चाटने को कहा तो में चाटने लगा।
चाची के पैरों के तलवे चाटते चाटते और उनकी उंगलियों को चूसते चूसते मेरा लंड बहुत गर्म हो गया तो मामी ने उसे देख लिया और बोली कि साले हरामी तु अपनी चाची को चोदना चाहता है, तू तो बहुत ही बड़ा मादरचोद है रे।
फिर उन्होंने कहा कि चल अभी तेरी इस ख्वाइश को पूरी कर देती हूँ, उसके बाद मालकिन ने अपनी नाइटी उतार दी और मेरे आगे पूरी नंगी खड़ी हो गई, उन्हें देखकर मेरा वीर्य बाहर आ गया और फर्श पर गिर गया, उसे देख शिखा चाची ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी और मुझसे कहा कि अब तू इसे पूरा साफ कर और वो भी चाट कर और अगर मुझे तेरे वीर्य की एक भी बूँद दिखी तो में तेरा लंड काट दूँगी और वो हंसने लगी।
फिर मैंने अपने वीर्य को चाट कर साफ किया और मालकिन के पैरो पर जाकर गिर पड़ा।
फिर मालकिन ने मुझे लेटाया और मेरे ऊपर आ गई और मुझसे कहा कि चल कुत्ते अब तू मेरा मूत पियेगा और मेरे कुछ बोलने के पहले ही शिखा चाची मेरे बाल खींच कर मेरा मुंह अपनी चूत पर दबाते हुऐ अपने गर्म नमकीन मूत को पिररर करके मेरे मुँह में छोड़ने लगीं।
आआआह दोस्तों सच बताऊं तो चाची का गर्म नमकीन मूत पीने में मुझे सच में बहुत मजा आ रहा था।
अपना मूत पिलाने के बाद मालकिन बोली कि चल कुत्ते अब मेरी गांड चाट कर साफ कर और मेरे मुँह पर आकर बैठ गई, फिर मैंने चाट चाट कर उनकी गांड साफ़ की और चूत को भी चाट कर साफ किया, इसके बाद मालकिन ने मुझे खड़ा होने को कहा और फिर उन्होंने मेरा लंड हाथ में पकड़ा और उसे जोर जोर से हिलाने लग गईं, देखते ही देखते मेरा लंड फ़िर से खड़ा होने लग गया।
ये देख कर चाची बोली- वाह मेरे कुत्ते तेरी मालकिन का हाथ लगते ही तेरा ये लंड बड़ा हो गया और उन्होंने कहा कि तेरा लंड तो तेरे चाचा से भी बड़ा है, कैसे किया बड़ा ? ज्यादा मुठ मारता है क्या ?
दोस्तों इतना बोल कर चाची ने मेरे लंड पर थूकना शुरु कर दिया और फिर उसे मुँह में लेकर जोर जोर से चूसने लगीं।
चाची के लन्ड चूसने की वजह से मुझे एक अजीब तरह का नशा सा चढ़ने लगा और में हल्की-हल्की सिसकियां लेने लगा।
आआआअ आआहह अहह चाची उह्म्म लगातार ऐसी आवाज़े मेरे मूंह से निकली जा रहीं थी, फिर चाची ने मेरे लंड को मुँह से निकाला और हाथ में लेकर मुठ मारने लगी, उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि चल कुत्ते अब नीचे लेट जा और में लेट गया।
फिर शिखा चाची ने अपनी चूत के ऊपर मेरा लंड रख दिया और धीरे-धीरे ऊपर नीचे होने लगी, थोड़ी देर के बाद उन्होंने अपनी रफ़्तार तेज कर दी और उनके मुँह से आआआआअहह आआआआआआआहह कुत्ते चोद अपनी मालकिन को पुरी दम लगा कर चोद और फंसा दे अपना लन्ड इस कुटिया की चूत में अहाआआआअहह ऐसी गन्दी बातें बोलते हुए चाची की आवाज़े निकलने लगी और वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे ऊपर कूद रही थी।
उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि चल कुत्ते अब तू भी अपनी आग बुझा ले और मुझे भी संतुष्ट कर दे।
फिर में उठा और मालकिन से बोला कि मालकिन आप बुरा ना मानो तो में आपको डॉगी स्टाइल में चोदूं तो मालकिन ने कहा कि जैसा चाहो वैसे चोद साले, लेकिन मुझे संतुष्ट कर।
दोस्तों इसके बाद में मालकिन के पीछे खड़ा हो गया और मालकिन डॉगी स्टाइल में हो गई, फिर मैंने अपना लंड मालकिन की चूत के ऊपर रखा और पहली ही बार में पूरा लंड अन्दर डाल दिया।
फिर चाची जोर से चिल्लाई, आआआआआआआआअहह चोद अपनी मालकिन को और ज़ोर से चोद, तेरे चाचा में तो कुछ ज़ोर ही नहीं है, अब तू मिटा दे इस प्यासी रंडी की चूत की आग और फाड़ दे मेरी चूत आआआअहहहह।
ये सुनकर में और भी जोश में आ गया और उसकी चूत को और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा, वो चिल्लाती रही और में चोदता रहा।
इस तरह मैंने उन्हें करीब चालीस मिनट तक चोदा और उस टाईम चाची चार बार झड़ गई, उसके बाद जब मेरी झड़ने की बारी आई तो मैंने कहा कि मालकिन में भी झड़ने वाला हूँ, बताओ में अपना रस कहाँ डालूं तो मालकिन बोली कि अपना सारा रस तु मेरी चूत में ही गिरा दे और में उनकी चूत में झड़ गया।
उसके बाद मालकिन ने मेरा लंड चाट कर साफ किया और मैंने भी उनकी चूत चाटकर साफ कर दी और अपना वीर्य जो मामी की चूत में छोड़ा था उसे भी साफ कर दिया।
दोस्तों फिर भी मेरी परेशानी यही ख़त्म नहीं हुई थी और मालकिन ने ये सब अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया था।
और धीरे- धीरे वो मुझे ब्लेकमैल करने लगी और कहने लगी कि मैंने अगर उनकी गुलामी करना बंद किया तो वो ये रिकॉर्डिंग चाचा को दिखायेगी और इस तरह से कई सालों तक शिखा चाची ने मुझे अपना पालतू कुत्ता बनाए रखा और जब उन्हें पता चला कि मुझे भी कुत्ता बनके चोदन में मजा आता है, तब जाकर उन्होंने वो वीडियो डिलीट किया, और बिना किसी ब्लैकमेलिंग के ही में उनकी गुलामी करता रहा।
कुछ ही महीनों में चाची ने मुझे किसी पालतू कुत्ते की तरह पूरी तरीके से ट्रेंड कर दिया और फिर कुछ सालों बाद वो मुझे अपने स्कूल वाली दोस्तों के घर भी लेकर जाने लगीं।
और फ़िर में धीरे-धीरे चाची की हर एक सहेली का पालतू कुत्ता बन गया और चाची की ही बदौलत मुझे उन सबका थूक चाट कर और मूत पी कर उनकी गुलामी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
तो दोस्तों, ये थी मेरे साथ घटित हुई एक सच्ची घटना जिसे मेंने बड़ी मेहनत से एक कहानी के रूप में आपके सामने पेश किया है।
और दोस्तों, मैं आगे भी आपको कहानी के ज़रिए अपने साथ घटित हुई सच्ची सच्ची घटनाओं से अवगत कराता रहूंगा।
वैसे अब तो में एक प्लेबॉय हूं और सैक्स को ही मेंने अपना रोज़गार बना लिया है।
दोस्तों अब तक में इंटरनेट, इंस्टाग्राम और ईमेल्स के जरिए आसपास के शहरों की कई भाभियों और आंटियों से मिलकर उनकी सेवा कर चूका हूं,
और कुछ कक कपल्स को भी सर्विस दे कर उनकी डर्टी फैंटेसी को हकीकत में बदल कर उन्हें खुश कर चुका हूं।
अगर आपको कहानी पसन्द आई हो, या किसी को गुप्त रूप से मुलाकात करके मुझे गुलाम बनाना हो या मेरा गुलाम बनके मजा करना हो तो मुझे इस पते पर मेल करके जरूर बताएं।
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