हेलो दोस्तों, मेरा नाम बन्नी है
देसी गांड सेक्स कहानी ये मेरे और 45 साल के अंकल के साथ की है जो एडवेंचर से भरपूर है।मैं अपने बारे में थोड़ा बताता हूँ मैं गुरूग्राम (गुड़गांव) का निवासी हूँ और दिखने में काफी हैंडसम हूँ. मेरी उम्र अभी 27 साल की है।
मेरी हाइट 6 फुट है और मेरे लंड का साइज़ भी मस्त है. ये 6 इंच लम्बा, खासा मोटा और काले रंग का है. देसी अंकल से अपनी गांड चुदाई
तो ये बात की शुरुआत होती है जब कोरोना काल की शुरुआत हुई पूरा देश lockdown में बंद था। घर में बैठे पागल सा होने लगा था अपना टाइम पास करने के लिए मैं पोर्न वीडियो देखा करता था और मुठ मार लेता था और वक़्त के साथ कोरोना थोड़ा कम हुआ और मैंने gay app – grindr इनस्टॉल कर ली और उसमे काफी लोगों से बात की मिलने के प्लान बनता और मैं डर की वजह से जाता ही नहीं था क्यूंकि मैं कभी ऐसे किसी से मिला नहीं था कुछ लोग मुझे गे पोर्न वीडियोस भेजे और लड़को की गांड चुदाई देख कर मेरा बहुत मन्न करने लगा। पर मैं डरता था की कोई आस पास के लड़के से मिला और वो जान पहचान का निकला तो क्या होगा या अगर उसने किसी को बता दिया तो क्या होगा। फिर एक दिन मेरी बात एक 45 साल के अंकल से हुई जिसने अपनी फोटो भी दिखाई थी जिसे मैं नहीं जनता था तो मैंने हिम्मत करके अंकल से मिलने का सोचा। मेरा बहुत ज्यादा मन्न कर रहा था अपनी गांड मरवाने का तो इस बार मैंने अपने मन्न के डर को मारा और उससे मिलने का फाइनल किया। gay sex stories in hindi
पहले तो हमने चैट में ही थोड़ी बात की मैंने उसको अपना लंड दिखाया अपनी गांड दिखाई और उसने भी अपना लंड दिखाया और सेक्स की बातें की
उसने मुझे मिलने को बोला और तो मेने हाँ कर दी उसने मुझे अपने ऑफिस बिल्डिंग में बुलाया और एड्रेस और लोकेशन भेजी। उसका ऑफिस मेरे घर से 10 -12 km गुडगाँव में ही था और पूरी बिल्डिंग में कुछ ही ऑफिस भरे हुए थे और आधी बिल्डिंग खली थी तो उसने बोला श्याम को 6 बजे के बाद ऑफिस खली हो जाता है तो उस टाइम आ जाना मैं तुम्हारी गांड का छेद बड़ा करूँगा और बहुत मज़ा दूंगा। मेरे दिल में थोड़ा डर तो था पर इस बार मैंने गांड मरवाने का सोच लिए था और मैं श्याम ठीक 6 बजे घर से निकला और वहां जाके अंकल से मिला। वहां जाके पता चला की उसका बॉस अभी भी वहीँ पर रुका है तो उसने बोला 4th फ्लोर पर चलते है कोई नहीं होगा। हम लिफ्ट में गए और वो मुझे पकड़ के टच करने लगा और चूमना शुरू कर दिया और बोला तुम बहुत सुन्दर हो और तुम्हारी बॉडी बहुत अच्छी है।
पहले तो मुझे काफी अजीब लगा की मैं कैसे किसी अनजान अंकल से मिलने आया और वो मुझे ऐसे टच कर रहा है पर फिर सोचा कोई नहीं ये एक नया तजुर्बा भी लेके देख लेता हूँ। देसी अंकल से अपनी गांड चुदाई
हम ऊपर पहुंचे तो वहां सब कुछ खाली था जैसे काफी सालों से वहां सब कुछ खुला ही ना हो बिलकुल खण्डार जैसा था हम एक खाली रूम में घुसे जिसका दरवाजा ही नहीं था और एक दीवार के पीछे जा के खड़े हो गए और अंकल ने बिना कुछ देरी किये मेरे लंड को जीन्स के ऊपर से पकड़ लिया और सहलाने लगा और मेरे गालों को चूमने लगा। मैंने उससे बोला की मुझे आदमियों के साथ होंठ को चूमना नहीं पसंद और उसने बोला कोई बात नहीं। मैंने भी फिर उसका लंड पकड़ लिए और वो मुझसे चिपक गया और मेरी गांड को पकड़ के दबाने लगा जो मुझे अच्छा लग रहा था कुछ देर बाद उसने मेरी बेल्ट खोली और जीन्स नीचे करके मेरा कच्छा भी नीचे कर दिया और मेरे लंड को पकड़ के ऊपर नीचे करने लगा और बोला यार तुम्हारा लंड कितना बड़ा और मोटा है। किसी आदमी का हाथ लंड पर महसूस करके काफी अच्छा और अलग अनुभव था। यूँही लंड को सहलाते हुए उसने कब अपना मुँह मेरे लंड पे लगाया पता ही नहीं चला और बहुत प्यार से चूमने लगा और फिर मुँह में ले लिया। उफ़ वो आनंद काफी सुकून भरा था ऐसा लग रहा था अंकल ने बहुत सारे लंड चूसे है। साथ साथ जो मेरे गोटियों को सहला रहा था उससे मेरे अंदर उत्तेजना बढ़ने लगी थी और मैं मदहोश हो रहा था। और अंकल बार बार बस यही बोल रहा था मुआह मुआह आई लव यू , तुम बहुत सेक्सी हो उम्म्म उम्म्म मुआह।
मैं मन्न में सोच रहा था भेनचोद बुद्धा ठरकी हो रहा है बहुत ज्यादा या तो बीवी इसको हाथ नहीं लगाने देती है। पर मुझे क्या मतलब मैंने थोड़ी देर मजे लेने है।
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अब उसने उठ के अपनी पैंट खोली और लंड बहार निकाला उसका लंड एवरेज था न ज्यादा बड़ा और ना ज्यादा छोटा पर शायद उम्र की वजह से ढीला पड़ा था मैंने झट से उसका लंड पकड़ के सहलाने लगा और वो मुझे चूम रहा था। फिर अचानक कही पास से कुछ आहट हुई ऐसा लगा की कोई आ रहा है। हमने जल्दी से अपने कपडे पहन लिए और वहां से चले गए और दूसरी जगह ढूंढने लगे और कुछ देर घूम के हम एक और खाली बंद रूम में घुस गए जिसका दरवाजा तो था पर कुण्डी नहीं थी पर हम उसमे घुस गए और दरवाजा बंद करके दरवाजे के पास ही खड़े हो गए और अंकल ने कस के मुझे पकड़ लिया और मेरी गांड दबाने लगा मैंने भी जल्दी से अपनी जीन्स खोली और नंगा हो गया और अंकल ने भी अपनी पैंट उतर दी। फिर वही सब शुरू हुआ उसने मेरा लंड पकड़ा और चूसने लगा और मेरी शर्ट ऊपर करके हाथ फेरने लगा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था मैं दीवार के सहारे खड़ा था और अंकल नीचे झुक के मेरा लंड चूस रहा था और कब उसने अपनी उंगली पे थूक लगा के मेरी गांड में डालने की कोशिश की पता नहीं चला। उंगली गांड में जाते ही मैं मचल गया और फट से उसने उंगली निकल ली। new hindi sex story
फिर वो खड़ा हुआ और मुझे लंड चूसने को बोला। पहले तो थोड़ा अजीब लगा पर मैंने भी उसका लंड मुँह में लेके चूसना शुरू कर दिया और उसने मेरा सर पकड़ के लंड और अंदर घुसा के दबा दिया मैंने थोड़ी देर अंदर रखा और झटके से हटा दिया। फिर उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया और यूँही कुछ देर चलता रह। मैंने सोचा गांड मरवाने आया हूँ वो तो कर लू तो वहां एक पत्थर पड़ा था मैं उसको उठा के लाया और अंकल को बोला इसपे बैठो मुझे गांड में लेना है
अंकल बैठ गए पर उनका लंड ढीला पड़ा था उसने बोला मुँह में लो और बड़ा कर दो मैंने उसका लंड पकड़ के मुँह में लिया और जोर से चूसने लगा कुछ देर में वो कड़ा हो गया तो मैंने अपनी गांड में थूक लगाई और उसके लंड पर बैठ गया अंकल ने भी थोड़ा जोर लगाया और लंड थोड़ा अंदर घुस गया। काफी सालों बाद गांड में लंड लिया था कसम से काफी दर्द हुआ। मैंने उसे कुछ देर रुकने को बोला और फिर थोड़ा आराम मिला तो अंकल ने फिर जोर लगाया और लंड पूरा अंदर चला गया फिर से दर्द हुआ पर इस बार रुके नहीं अंकल बैठे बैठे मेरी गांड मारने लगा और मैं भी ऊपर नीचे होके अपनी गांड मरवा रहा था और आवाज निकल रही थी मेरे मुँह से आह आह उह आह उफ़ मज़ा आ रहा था और दर्द भी हो रहा था। अंकल मेरी गांड मारते हुए मेरे लंड को पकड़ के हिलाने लगा और मेरी गोटियों से खेलने लगा। देसी अंकल से अपनी गांड चुदाई
फिर हम उठे और उसने मेरा लंड मुँह में लिए और चूसने लगा और कुछ देर बाद मुझे घोड़ी बनने को बोला और मैं उल्टा हो गया पर अंकल का लंड फिर ढीला पड़ गया उसने बोला फिर से मुँह में लो पर वो मेरी गांड में घुसा था मैंने मना कर दिया और हाथ से ही हिला के बड़ा कर दिया और अंकल फिर बार बार वही बोल रहा उम्म्म उम्म्म तुम बहुत सेक्सी हो यार आई लव यू मुआह मुआह। एक बार तो मेरा मन्न हुआ चूतिये को गाली दू पर सोचा छोड़ थोड़ी देर की बात है झेल लेता हूँ और मैं उसका लंड हिलाने में लगा रहा और जैसे ही उसका लंड कड़ा हो गया तो जल्दी से उसने मुझे घोड़ी बना के पीछे से मेरी गांड में लंड दाल दिया और मुझे चोदने लगा और आगे से मेरा लंड पकड़ के जोर से हिलाने लगा उफ़ वो मज़ा था सच में।
अब उसने अपना लंड बाहर निकाल के मुझे सीधा किया और मेरी पूरी बॉडी को चूमने लगा और साथ में मेरा लंड जोर से हिला रहा था मैंने भी उसका लंड पकड़ा हुआ था और हम दोनों लंड से खेलने लगे और करते करते मेरा पानी निकल गया उफ़ चरम सुख की प्राप्ति थी वो जैसे। उसने बोला जल्दी से मेरा भी निकालो फिर चलते है मैंने भी उसका लंड जोर से हिलाना शुरू कर दिया पर उस बहनचोद का लंड फिर बैठ के ढीला पड़ गया मैं जल्दी से उसको जोर से हिलाने लग गया और वो फिर से आवाजें निकलने लग गया उम्म्म उम्म्म उह्ह तुम्हारे साथ मज़ा आ गया आज आई लव यू मेरी जान उम्म्म मुआह मुआह आह आह जोर से हिलाओ और अचानक किसी ने हमारी आवाज सुंन के दरवाजा खोला हम दरवाजे के पीछे ही थे और वो लेबर स्टाफ से कोई सफाई कर्मचारी था उसने अंकल को देख लिया पैंट ऊपर करते हुए पर मैं बिलकुल दीवार से लगा था तो मुझे नहीं देख पाया। उस समय जैसे दिल मुँह से निकलने को हो गया था सांसे तेज़ हो गयी थी पर वो ऑफिस बॉय वहां से चला गया और हमने जल्दी से अपने कपडे पहने और बहार ध्यान से देख के वहां से भाग के सीधा वॉशरूम गए खुद को साफ किया मुँह धोया और वहां से चल दिये। जाते वक़्त अंकल बोले आज गड़बड़ हो गयी पर बच गए अगली बार मैं तुम्हें अपने घर बुलाऊंगा जब बीवी बच्चे घर नहीं होंगे तो मैंने कुछ नहीं बोला और सीधा बहार भगा और वहां से निकाल कर सीधा घर। antarwasna
तो दोस्तों ये थी मेरी एक और सेक्स स्टोरी जो थोड़ी एडवेंचर से भी भरी थी चाहे गांड फट के हाथ में आ गयी थी पर वो मज़ा कुछ अलग ही किस्म का था जिसमें डर भी था दर्द भी था और मज़ा भी।
आप सबको मेरी ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके ज़रूर बताएं। क्या पता अगली कहानी आपके साथ लिख दूँ।
मैं अपनी अगली कहानी में बताऊंगा कैसे मैंने एक और लड़के के साथ उसके रूम में जाके अपनी गांड अच्छे से चुदाई।
धन्यवाद् आपका प्यारा बन्नी
bunnyverma499@gmail.com