ममता आहें भरने लगी. उसने दस मिनट तक मेरे लंड की सवारी की और बोली- जान मैं थक गई हूँ अब मुझसे इस तरह से नहीं हो पाएगा.
मैंने उससे कहा- चल अब तू कुतिया बन जा.
वो झट से कुतिया बन गई, तो मैं उसे कुतिया बना कर चोदने लगा. उसके इस पोजीशन में मम्मे नीचे हिल रहे थे. मैंने उसके मम्मों को अपनी हथेली में भरा और मसलते हुए चुदाई का मजा लेना शुरू कर दिया.
मुझे उसकी चूत इतना अधिक मजा दे रही थी कि क्या बताऊं. फिर मैंने खड़े होकर उसे गोद में लेकर चोदा. जैसे ही वो दोबारा अकड़ने लगी तो फिर से बेड पर लिटा कर तेज झटके मारने शुरू कर दिए क्योंकि अब मेरा भी होने वाला था.
कुछ जोरदार झटकों के साथ हमारा दोनों का एक साथ ही निकला और हम ऐसे ही पड़े रहे. काफी देर तक एक दूसरे को चूसते रहे.
इस चुदाई में सच में बहुत मजा आया. उसके बाद रात को हमने एक बार और चुदाई की. फिर उठ कर दोनों अलग अलग होकर बाथरूम में गए और उसने रात को ही सलवार ओर तौलिया को धोया. क्योंकि दोनों ही खून में भर गए थे.. वो वर्जिन थी और चुदाई के बाद उससे सही चला भी नहीं जा रहा था.
मैंने उसकी चूत पर तेल की मालिश की और एक पेनकिलर दी. इसके बाद हम दोनों सो गए.
इसके बाद तो जैसे वो मेरे लंड के लिए मचलने लगी थी. मैंने भी उसको बहुत बार चोदा.. अब तो उसको मेरे लंड की लत लग गई थी.
अभी जब भी मैं जॉब से छुट्टी पर घर आता तो हर बार ससुराल जाकर ममता की चुदाई करता हूँ. एक बार मैं उसके घर गया हुआ था और किसी काम से दोपहर में झुंझुनू शहर आया. गर्मियों के दिन थे. दोपहर को उसको चुदाई की जबरदस्त तलब हुई, सारे घर वाले सोये हुए थे. उसने मुझे फोन किया कि जल्दी आ जाओ.. मुझे अभी चुदाई करवानी है, अभी लंड चाहिए.
मैं किसी काम में व्यस्त था लेकिन फिर भी उसकी चुदास को समझते हुए किराए की गाड़ी करके तुरन्त उसके पास आ गया और बाथरूम करने टॉयलेट में घुस गया. वो भी मेरे पीछे घुस गई. उसने मेरा लंड पकड़ कर मुँह में भर लिया और मेरा पूरा पेशाब पी गई.
वो वहीं मुझसे बुरी तरह से चिपट गई, लेकिन बाथरूम में गर्मी बहुत थी तो हम ऊपर चौबारे में आ गए और फर्श पर गद्दा डाल कर मैंने उसकी जबरदस्त 2 बार मस्त चुदाई की.
एक बार मैं अपनी बीवी के साथ ससुराल गया था. मैंने उसको पकड़ कर चूमा और सोचा कि इसकी चुत मेरा मोटा लंड खा खा कर ढीली हो गई.
मैंने उसको बोला- यार मुझे आज तेरी गांड मारनी है.
वो बोली- रात को सबको करेले की सब्जी में नींद की गोली मिला कर खिला देंगे.. फिर गांड मार लेना.
रात के खाने में हमने नींद की गोली डाल दी.
उसकी दीदी को एक उसने एक गोली एक्स्ट्रा खिला दी. फिर सबके सोने के बाद वो मेरे पास आ गई. आज वो साथ में वैसलीन लेकर आई. अब शुरू हुआ जबरदस्त चुदाई का खेल. पहले चुत को चोदा.. फिर लंड और उसकी गांड के छेद पर वैसलीन लगा कर लंड अन्दर डाला तो उसने जम्प किया और बोली कि मुझे नहीं मरवानी गांड.. बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने कहा कि ओके मेरी जान धीरे धीरे डालूंगा.. अभी दर्द नहीं करूँगा तो बड़ी मुश्किल से मानी.
फिर धीरे धीरे लंड को गांड में डाला. अब उसको भी मजा आने लगा और खुद ही गांड को आगे पीछे करने लगी. गांड मारने के बाद फिर से एक बार चूत की चुदाई की. उसके बाद से हमेशा वो चूत और गांड दोनों की चुदाई कराती है. वो दोनों तरफ खिल गई है.
कई बार मैंने उसकी सीढ़ियों में भी चुत को चाट कर खड़े खड़े भी चुदाई की. वो मेरे लंड की इतनी आदी हो गई कि अपनी दीदी से मिलने के बहाने मेरे घर पर आ जाती और हम फिर जम कर चुदाई का गेम खेलते.
उसके घर पर एक रूम था, जिसमें वो लोग पशुओं का चारा रखते थे. हमने उस रूम का कोड ताज रखा हुआ था तो हमने ताज में भी खूब चुदाई की. जब उसको चुदाई का दिल करता तो वो बोलती कि ताज में आ जाओ. इस प्रकार उसकी छोटी सी चूत पूरा भोसड़ा बन गई.
उसको कई बार मैंने कॉलेज से बुला कर होटल में चोदा ओर उसके घर जाते हैं, तो रास्ते में बीहड़ पड़ता है. उस जंगल में भी हम दोनों ने खूब रंगरेलियां मनाईं. शुरू में वो शरीर से पतली थी लेकिन अब उसकी गांड भारी हो गई है उसकी कॉलेज की लड़कियां बोलती हैं कि ममता तुम तो ऐसी हो गई हो जैसे शादी के बाद लड़कियां हो जाती हैं.. क्या चक्कर है, किसी का लंड ज्यादा तो नहीं लेने लग गई.
वो हंस देती और कहती- तुमको भी लेना हो बोलो.. पूरी लौकी जितना लंड घुसवा दूँगी.
अब उसकी छोटी बहन पूजा भी जवान हो गई है. उसको किसी तरह हमारी कहानी का पता चल गया तो उसने मुझे कहा- जीजू, क्या बात है, ममता दीदी पर बड़े फिदा हो रहे हो.
अगली बार की चुदाई की कहानी में आपको लिखूंगा कि मैंने उसको किसी तरह पटाया कि ये किसी को बता ना दे.
मैंने पूजा को भी काफी गिफ्ट देना शुरू किया ताकि उसको भी चोद सकूं. पूजा की चुदाई किस प्रकार की हुई, ये मैं अगली कहानी में बताऊंगा.
आपके मेल का इन्तजार रहेगा.