कहानी के पहले भाग में आपने पढ़ा कि किस तरह से मै दीपिका मौसी के साथ मस्ती कर रहा था।फिर किस तरह मेरा दीपिका मौसी को चोदने का मूड बन गया और मैंने मौसी की चूत में लंड ठोक दिया।कहानी अब आगे मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2 ………
मौसी के मुंह को चोदने के बाद अब मैंने मौसी से कुत्तिया बनने के लिए कहा। अब मौसी पलट कर तुरंत कुत्तिया बन गई। अब मैं तुरंत मौसी की साड़ी और पेटीकोट को कमर तक पहुंचा दिया और उनकी चूत के छेद में लंड सेट कर दिया। अब मैं मौसी की कमर पकड़कर उनकी फिर से ज़ोरदार चुदाई करने लगा।मौसी फिर से सिसकारियां भरने लगी।
मौसी– ऊंह आह अहा आईईईई आईईईई ओह आह आह।
मैं मौसी को कुत्तिया बनाकर अच्छी तरह से पेल रहा था।मौसी दर्द से करहाती हुई बुरी तरह से चुद रही थी। मैं गांड़ हिला हिलाकर मौसी की चूत में लंड घुसा रहा था।मेरा लन्ड लगातार मौसी की चूत को फाड़ रहा था।
मौसी– ऊंह आह आह ओह आईईईई आईईईई।
मेरा लन्ड अब तक मौसी की चूत का भोसड़ा बना चुका था।उनकी चूत लाल हो चुकी थी।मौसी की मादक सिसकरियां मुझे और ज्यादा पागल कर रही थी।मौसी जैसी रिपचिक माल को चोदना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी। मैं खचाखच मौसी की चूत को भोसड़ा बना रहा था।
मौसी– ऊंह आह आह ओह ऊंह आह आह।
फिर मैंने मौसी को बहुत देर तक कुत्तिया बनाकर चोदा। अब मैं बेड पर लेट गया और मौसी मेरा इशारा तुरंत समझ गई। अब दीपिका मौसी मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरी चेस्ट पर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए किस करने लगी।वो एकदम भूखी शेरनी लग रही थी।वो बहुत जल्दी जल्दी किस कर रही थी।
मैं मौसी की नंगी पीठ पर हाथ फेर रहा था। मौसी के लंबे लंबे बाल मेरी चेस्ट पर फ़ैल रहे थे। अब मैं मौसी के बालो को संवारने लगा। अब मौसी बहुत अच्छी तरह से मेरी चेस्ट पर किस की बारिश कर रही थी।फिर बहुत देर तक मौसी ने मेरी चेस्ट पर किस किए और मेरी चेस्ट को काट काट कर लाल कर दिया। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
अब मौसी ने मेरे होंठो को अपने होंठो में फंसा लिया और बुरी तरह मेरे होंठो को खाने लगी।मौसी जिस तरह से मेरे होंठो को खा रही थी उससे लग रहा था कि मौसी बहुत बड़ी चुद्दक्कड़ है।वो चुदाई की बहुत बड़ी खिलाड़ी है। अब बेडरूम में आउच पुच्छ पुच्छ आउच पुच्छ पुच्छ आउच की आवाज़ गूंजने लगी।फिर मौसी ने बहुत देर तक मेरे होंठो को खाया।
अब मौसी ने चूचे पकड़कर मेरे मुंह पर रख दिए। मैं मौसी का इशारा समझ गया और मौसी के चूचों को चूसने लगा। मौसी को बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।वो दबाकर मुझे चूचे चुसवा रही थी। मैं भी मौसी के चूचों को दबाकर चूस रहा था।फिर मौसी ने बहुत देर तक मुझे चूचे चुसवाए।
अब मौसी ने लंड को पकड़ा और उसे चूत में सेट करने लगी लेकिन लंड चूत में सेट नहीं हो रहा था।तभी मौसी ने साड़ी और पेटीकोट खोलकर फेंक दिया और पूरी नंगी हो गई। अब मौसी फिर से चूत में लंड सेट करने लगी लेकिन लंड सेट नहीं हो पा रहा था।
फिर मैंने मौसी की हेल्प की और लंड को मौसी की चूत में सेट कर दिया। अब मौसी उछल उछल कर चुदाने लगी। मौसी के हर एक झटके के साथ मौसी के चूचे बहुत ज्यादा हिल रहे थे। मौसी आज चुदाने का बहुत ज्यादा मज़ा ले रही थी।वो चूत में लंड फंसाकर चुद रही थी।
मौसी– ऊंह आह आह ओह आह ऊंह आह आह।
मौसी झमाझम मेरे लन्ड को चूत में ठोक रही थी। मैं भी मौसी की पूरी हेल्प कर रहा था।फिर मौसी ने बहुत देर तक इस तरह से चुदाई का मज़ा लिया।
अब मौसी मेरे लन्ड पर आ गई और लंड मसलने लगी।मौसी शातिर खिलाड़ी की तरह मेरे लन्ड को मसल रही थी।उनकी लंड मसलने की स्टाइल ही अलग थी।फिर थोड़ी देर लंड मसलने के बाद मौसी मेरे लन्ड पर टूट पड़ी और लॉलीपॉप की तरह लंड को चूसने लगी। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मौसी सबड सबड कर मेरे लन्ड को चूस रही थी।वो गपागप मेरे लन्ड को मुंह में ले रही थी।थोड़ी देर में ही मौसी ने मेर लन्ड चूस चूस कर लाल कर दिया। मैं मौसी के बालो को संवार रहा था और मौसी भूखी कुत्ती सी लंड को चूस रही थी।तभी मेरा लन्ड पिघल गया और मैंने मौसी के मुंह में लंड दबा दिया। तभी मेरा लन्ड रस निकलकर मौसी के मुंह में भर गया। अब मौसी मेरे लन्ड रस को पी गई। मैं पस्त होकर पसीने पसीने हो गया।
अब मौसी फिर से लंड को जगाने की कोशिश करने लगी।मौसी फिर से मेरे लन्ड को मसलने लगी ।फिर लंड को धीरे धीरे चूसने लगी। अब मेरा लन्ड धीरे धीरे फिर से लोहे की रॉड की तरह तन गया। अब मौसी ने मेरे लन्ड को फिर से अच्छी तरह से चूसना शुरू कर दिया और फिर मौसी ने बहुत देर तक मेरा लन्ड चूसा।
अब मैंने मौसी को बेड पर पटक दिया और मौसी की टांगो को खोल दिया। अब मैंने मौसी की चूत में एक साथ दो उंगलियां घुसा दी और मौसी की चूत को सहलाने लगा।तभी मौसी आहे भरने लगी।
मौसी– ऊंह आह अहा आईईईई आईईईई आह आह अहाईईईईई।
अब मौसी बहुत ज्यादा तड़प रही थी।उन्हें बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मैं बड़े मजे से मौसी की चूत को खजला रहा था।मौसी बेड पर उधर उधर हिल रही थी।
मौसी– ऊंह आईईईई आईईईै ओह आह आह आईईईई।
मैं जल्दी जल्दी मौसी की चूत में उंगली डाल रहा था।फिर मौसी की चूत में अंदर उंगली घुमाने लगा। अब मौसी और ज्यादा तड़प उठी और बुरी तरह दर्द से झल्लाने लगी। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मौसी– आईईईई आईईईई आईईईई रोहित अब मत कर।छोड़ दे।बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है।
मैं– अभी तो करने दो मौसी।
मौसी– आईईईई आईईईई ओह माय गॉड,बहुत दर्द हो रहा है।बस कर अब।
मैं– बहुत मज़ा आ रहा है मौसी।करने दो ना।
मौसी– आईईईई आईईईई बस,बहुत कर लिया।अब छोड़ दे।
मैं– नहीं मौसी, आभू नहीं।
मौसी दर्द से तड़पती रही और मैं उनकी चूत को सहलाता रहा।फिर आखिरकार मौसी की चूत गाडे लावे से भर गई।फिर मैंने मौसी को छोड़ा। अब मैं मौसी की चूत को चाटने लगा। मैं मौसी की चूत के लावे को चाट रहा था।मुझे मौसी की चूत चाटने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।फिर मौसी की चूत चाटकर मैंने मौसी को फिर से फोल्ड कर दिया और उनकी चूत पर लंड रख दिया।
मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
अब मैंने ज़ोरदार धक्का लगाया और लंड मौसी की चूत में ठोक दिया। अब मैं लंड हिला हिलाकर मौसी को बजाने लगा। मौसी फिर से आहे भरने लगी।
मौसी– ऊंह आह आह ओह ऊंह आहॉ।
मैं मौसी को अच्छी तरह से दबाकर पेल रहा था।
मैं– ओह मौसी आप तो बहुत बड़ी खिलाड़ी निकली।
मौसी– हां यार थोड़ा थोड़ा सीख ही गई।आह आह आह।
मैं– थोड़ा थोड़ा नहीं,आप तो पूरी रण्डी निकली।
मौसी– आह आह अगर चुदाई का मज़ा लेना है तो फिर रण्डी बनना ही पड़ता है।
मैं– हां मौसी बात तो सही है आपकी।
फिर मैंने मौसी को बहुत देर तक बजाया।
अब मैं मौसी को उठाकर बेड से नीचे ले आया। अब मैंने मौसी से तेल लाने को कहा तो मौसी किचन में जाकर तेल लेे आई।
मौसी– ये लेे तेल, थोड़ा आराम आराम से डालना प्लीज। इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है यार।
मैं– हां मौसी। धीरे धीरे ही डालूंगा।
अब मौसी बेड को पकड़कर घोड़ी बन गई। अब मैं तेल लगाकर मौसी की गांड़ मसलने लगा। अब मैं मौसी की गांड़ में उंगली घुसाकर अच्छी तरह से उनकी गांड़ की मालिश करने लगा।फिर मैंने मेरे लन्ड पर भी अच्छी तरह से तेल लगा लिया। अब मैं मेरे लन्ड को मौसी की गांड़ के सुराख पर रखा और मौसी को टाइट पकड़कर ज़ोर से मौसी की गांड़ में लंड ठोक दिया। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मेरा लन्ड एक ही शॉट में मौसी की गांड़ को फाड़ता हुआ सीधा गांड़ के पेंदे में जा पहुंचा।तभी मौसी बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।
मौसी– आईईईई मर गई।धीरे धीरे डाल रोहित।
तभी मैंने लंड बाहर निकाला और फिर से ज़ोर से शॉट लगा दिया। अब मौसी फिर चीख पड़ी।
मौसी– आईईईई आईईईई मार डाला तूने तो।आईईईई आईईईई ओह माई गॉड।
मैं– ओह मौसी बहुत टाइट गांड़ है आपकी।आह ओह।
मौसी की टाइट गांड़ होने की वजह से मौसी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। इधर बच्चो के जागने का भी डर था। तभी मैंने लंड बाहर निकाल लिया और धीरे धीरे लंड मौसी की गांड में डालने लगा। अब मौसी धीरे धीरे चीखने लगी।
मौसी– आईईईई आईईईई आईईईई ओह आह अहाईईं।
मैं– ओह आह आह ओह मौसी।
मौसी– ओह रोहित तेरे घोड़े ने मेरी फाड़ दी।अहा आह आईईईई।
मैं झमाझम मौसी की गांड़ में लंड डाल रहा था।मेरा लन्ड मौसी की गांड़ के परखचचे उड़ा रहा था।मुझे तो मौसी की गांड़ मारने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।मेरा लन्ड लगातार मौसी की गांड में हलचल कर रहा था।
मौसी– आईईईई आईईईई ओह आह ओह रोहित धीरे धीरे डाल ना।
मैं– मौसी,धीरे धीरे डालना तो मेरा काम ही नहीं है।
मौसी– तू तो मेरी जान निकाल रहा है यार।आईईईई आईईईई।
मैं– तो जान निकलने दो मौसी।तभी तो चुदाई का असली मजा आता है।
मौसी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था।वो बहुत बुरी तरह से चिल्ला रही थी।मेरा लन्ड मौसी की चीखे निकाल रहा था। मैं दे दना दन मौसी को पेल रहा था।तभी मौसी कांप उठी और मौसी की चीखे रुक गई।फिर कुछ ही पलों में मौसी की चूत में से लावा झरने लग गया। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
अब मौसी थककर चूर चूर हो गई थी। उनका जिस्म पसीने से लथपथ हो चुका था। मैं अभी भी पूरी शिद्दत से मौसी की गांड़ मार रहा था। अब मौसी थककर भी गांड़ मरवा रही थी।
मौसी–आईईईई आईईईई ओह ओह आह अब तो छोड़ दे यार।
मैं– नहीं,मौसी अभी तो और चोदना है। अभी मेरे लन्ड की प्यास नहीं बुझी है।
मौसी– आह आह आह ओह आह बस कर यार।मत कर अब।
मैं– अभी तो करूंगा मौसी।
मैं ताबड़तोड़ तरीके से मौसी की गांड़ मार रहा था।मौसी बुरी तरह से तड़प रही थी।फिर मैंने मौसी की बहुत देर तक गांड़ मारी। अब मैंने मौसी को ऐसे के ऐसे ही सीधा कर लिया जिससे मौसी का जिस्म बेड पर था और उनकी टांगे फर्श पर थी। अब मैंने मौसी की चूत में फिर से लंड रखा और मौसी की चूत में लंड डालने लगा। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मौसी– आह आह ऊंह आह अहा आह आज तो तु मेरा पूरा रस निचोड़ कर मानेगा।
मैं– हां मौसी।
मौसी– रहने दे यार अब तो।बहुत कर लिया तूने तो। अभी रात को तेरे मौसा जी के लिए भी सबकुछ देना है।
मैं– अभी रात होने में बहुत टाइम बाकी है।अभी तो मुझे ही करने दो।
मैं गांड़ हिला हिलाकर मौसी को बजाया जा रहा था।मुझे मौसी को बजाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।मेरा लन्ड लगातार मौसी की चूत में घुस रहा था।आज तो मौसी बहुत बुरी तरह से चुद चुकी थी।फिर मैंने मौसी को बहुत देर तक पेला। अब मैं मौसी को उठाकर बेड पर ले आया।
मौसी– अरे यार अब तो मत चोद ना।
मैं– मौसी,मै तो चोदूंगा।
अब मैंने मौसी को फिर से फोल्ड कर लिया और जल्दी से उनकी चूत में लंड फंसा लिया। अब मैं मौसी को फोल्ड करके फिर से बुरी तरह से चोदने लगा। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मैं– ओह मौसी बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है।
मौसी– ऊंह आह आह ओह बहुत खराब लड़का निकला तू।मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं तुझसे चुदाऊंगी।
मैं–तो मौसी अब तो आप मुझसे चुद ही गई।
मौसी– हां यार तूने मुझे पेल ही दिया।
मैं अच्छी तरह से मौसी की चूत में लंड घुसा रहा था। बहुत देर तक चुदवाने की वजह से मौसी का जिस्म पानी पानी हो चुका था। मैं फटाफट मौसी को बजा रहा था।
मौसी– रोहित अब निकाल दे यार।
मैं– हां मौसी निकाल ही रहा हूं।
अब मैं मौसी की चूत में जल्दी जल्दी धक्के लगाने लगा।मौसी फिर से सिसकारियां भरने लगी।फिर कुछ देर में ही मेरा लन्ड उफान पर आ गया और मैंने सारा माल मौसी की चूत में भर दिया। अब मैं मौसी से लिपट गया।कुछ देर बाद मौसी ने मुझे दुर हटा दिया और जल्दी से मौसी ने कपड़े पहन लिए। मैं अभी भी बेड पर पड़ा था। मस्ती मस्ती में चुद गई मौसी–2
मौसी– रोहित जल्दी से कपड़े पहन ले।
मैं– हां मौसी।
अब मैंने भी जल्दी से कपड़े पहन लिए।आज मै मौसी को चोदकर बहुत ज्यादा खुश था।आज हो हुआ था जिसके बारे में मैंने कभी नहीं सोचा था।बिना किसी उम्मीद के मेरे लन्ड को चूत मिली थी।फिर मैं दीपिका मौसी को चोदकर घर आ गया। आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं– [email protected]