मेरी बीबी और उसकी सेक्सी कामनाये

हेलो दोस्तों कैसे है आप लोग इस साइट. पर मेरी ये पहली कहानी है और इस कहानी का कल्पना से कोई सरोकार नहीं है मतलब ये कहानी पूरी तरह सत्य है, बस मैं गोपनीयता के कारण पात्रो के नाम बदल रहा हूँ. तो ज्यादा भूमिका न बांधते हुए मैं अपनी कहानी पर आता हूँ, मेरा नाम जीत है मेरे अलावा मेरे परिवार में 3 बहने, माँ, मेरी पत्नी और मेरी बच्ची है जो अभी 6 साल की है, मेरी एक बहन मुझसे छोटी है और बहनो का ब्याह हो चूका है मेरी छोटी बहन का तलाक हो गया है और वो घर पर बैठी, मेरी शादी को 8 साल हो गए है और हां इस कहानी के मुख्य पात्र के बारे में तो मैं बताना ही भूल गया ये पात्र है मेरा बड़ा भाई जो मेरा सगा भाई तो नहीं है पर भाई से बढ़कर है और मेरी माँ इसको अपने सगे बेटे से भी यानि मुझसे भी बढ़कर मानती है

क्योकि हमारे पिताजी का देहांत बचपन में हो गया था और हमारे इसी भाई ने अब तक हमारे घर को सम्भाल कर रखा है. दरअसल ये मेरा भाई हमारे पड़ोस में रहता है और ये मेरी बड़ी बहन जिसका नाम वेदिका है उसका दोस्त भी था, वेदिका और मनु के बिच भी अवैध सम्बद्ध थे ये मुझे बाद में पता चला, खैर ये कहानी मेरी पत्नी और उसके बिच की संबधो की है इसलिए मैं यहाँ वेदिका या मेरी दूसरी बहन कोमल का जिक्र नहीं करूँगा.

मेरी बीबी जिसका नाम मीना है एक साधारण सी दिखने वाली औरत है, और चुदाई के नाम से वो हमेशा चिढ़ती रहती थी, मैं उमरखेड़ (म.हा.) में जॉब करता हूँ, मैं भी एक साधारण किस्म का ही पुरुष हूँ, मैं जब घर जाता हूँ तो दो तीन दिन में मीना को रात के रात ही चोदता, मैं जल्द ही झड़ जाता हूँ मुश्किल से ३-४ मिनट में पर मीना ने कभी इसकी शिकायत नहीं की. एक दो साल से मैंने महसूस की मीना मनु भाई की कुछ ज्यादा ही तारीफ करती है साथ ही मनु भी मीना से काफी हसी मजाक करता है, मीना मनु से काफी घुली मिली थी और वो दोनों मेरे और मेरी माँ के सामने भी छेड़ छाड़ और हसी मजाक करते थे एक दूसरे को लपटना झपटना ये सब कॉमन था, मुझे अब दोनों के रिश्ते पर शक होने लगा था,

एक दिन अपनी बीबी के पर्स में गर्भनिरोधक गोली का पत्ता देखकर मेरा माथा ठनका क्योकि उस गोली के पत्ते में से ३० गोली की जगह ८ गोली ही थी शेष गोली उपयोग कर ली गयी थी मैं लगभग ३ महीने बाद घर आया था और वो पत्ता १.५ महीने पुराना था साथ ही मैं मीना को जब भी चोदता था तो पानी बहार ही छोड़ता था, ये देख कर मुझे दुःख नहीं हुआ बल्कि मेरे अंदर के कूकोल्ड मर्द का लंड तन गया मैंने मीना को रात में चोदा और ५ मिनट में झड़ कर सो गया, दूसरे दिन मैं अपनी नौकरी पर वापस आ गया, पर मैंने अपनी बीबी का वाट्सएप्प ट्रैकिंग पर डाल दिया एक रात में मैंने जब ट्रैकिंग खोली तो मेरा शक सही निकला मीना मनु भाई से चेटिंग कर रही थी, जो की इस तरह है (ये बीच की चैटिंग है)

मीना – उस ढीले का नाम मत लो, मूंगफल्ली लेकर मेरे पास चला आता है मेरे को उसकी मूंगफल्ली नहीं बल्कि तुम्हारा केला खाना ही अच्छा लगता है, वो चूतिया मुझे 6 साल में एक बार भी नहीं झड़ा पाया झड़ना क्या होता है ये तो मुझे तुमसे ही पता चला तुम २ साल से मुझे रोज 5- 6 बार झड़ा रहे हो, जानू उस चूतिए का नाम लोगे तो मैं तुमसे बात नहीं करुँगी. मनु- सॉरी जानू अब मैं उस चूतिए का नाम नहीं लूंगा आओ हम प्यार भरी बाते करे वैसे भी हमें प्यार करे हुए दो दिन हो गए है, मीना- हां जानू वेदिका दीदी के घर तो खड़े खड़े ही बहुत जल्दी जल्दी ठुकाई कर दिए यहाँ तक की मेरी पूरी चड्डी भी नहीं उतर पायी बस तुम्हारा केला फसा शॉट पे शॉट मार दिए.

मनु- तो क्या तुम्हे उस दिन मजा नहीं आया, मीना –जान मजा तो तुम्हारे साथ हमेशा ही आता है और झड़ी मैं उस दिन भी थी पर एक बार जबकि तुम जिस दिन भी मुझे चोदते हो तो 5-6 बार से ज्यादा ही मुझे झड़ाते हो. मनु – सॉरी जान, वैसे तुम एक दिन में सबसे ज्यादा कितने बार तक झड़ी हो? मीना – वैसे तो तुम जब दिन में एक बार चोदते हो तो मैं २-३ बार झड़ती हूँ, २ बार चोदते हो तो ५-६ बार झड़ती हूँ, कई बार तुमने मेरी चुत दिन में ३-३ बार तक भी मारी है उस दिन मैं 6-7 बार तक झड़ी हूँ, हां मेरा सबसे ज्यादा बार झड़ने का रिकॉर्ड १५ बार का है, याद है दशहरे के दो दिन पहले बड़ी दीदी और कोमल दीदी दोनों वेदिका दीदी के घर गए हुए थे और मेरी सास अर्जेंट चाचाजी के साथ बहार गयी थी और उसने आप से कहा था की मीना घर में अकेली है, तुम दिन भर उसका ध्यान रखना तब तुमने मेरा कितना ध्यान रखा था

सुबह ९ बजे से मेरी सास के रात के ८ बजे आने तक तुमने मुझे ८ बार चोदा था मेरी चुत दिन भर पानी छोड़ती रही और मै उस दिन करीब १५ बार तक झड़ी थी और तुमने तो मुझे पूरी बेहोश ही कर दिए थे, उसके दूसरे दिन वो चूतिया आया था, और मुझे चोदना चाहता था मैंने उसे झिड़क दी थी अपने पास तक आने नहीं दी थी, वो गांडू गुस्सा तो ऐसे हो रहा था जैसे मुझे पटक के चोद ही देगा साला मूंगफल्ली जैसा लंड लेकर घूमता है, २-३ शॉट में ही ठंडा हो जाता है, और मुझे तड़पता छोड़ कर मेरी तरफ गांड करके सो जाता है,

मैंने भी उस भड़वे को ज्यादा भाव नहीं दी और वो दो दिन रुकने के बजाय १ दिन में ही भाग गया. मनु – हा! हा! हा! जानू तुम्हारी बातें सुनकर मेरा फिर तन गया है और अब ये तुम्हारी चुत मारे बगैर मानेगा भी नहीं, एक काम करो तुम पीछे आ जाओ, मुझे तुम्हें अभी के अभी ही चोदना है. मीना – जानू तुम भूल रहे हो मेरा कल से महीना आ गया है, अब तुम चोद तो नहीं पाओगे पर तुम्हें मालूम है की अपने हर महीने मेरा महीना आने पर क्या करते ओ शीट! मैं तो भूल गया था

की तुम कल से पीरियड में हो, वैसे मुझे पता है की अब मुझे तुम्हारी कोमल गांड की सेवा करनी है तुम्हारी गांड शायद वर्धा की सबसे सुन्दर और बड़ी गांड है, और इन चार पांच दिन ही तो मैं तुम्हारी गांड तस्सली से मारता हूँ, वैसे तुम्हारे दोनों छेद एक दूसरे से कम नहीं है, मेरा लवड़ा कही भी जाये धन्य होकर ही आता है. मीना- ये तो तुम्हारा बड़प्पन है मेरी जान बल्कि तुम मेरे जीवन मे बहार लेके आये हो, जब मै तुम्हारे शरीर को चिपक के झड़ती हूँ वो पल मेरी लाइफ के सबसे अच्छे पल होते है, वैसे मुझे भी मलाई खाने का मजा इन्ही दिनों में आता है एक बात और मेरी जान मै अब तुम्हारे बगैर एक पल भी नहीं रह सकती वो चूतिया जब मेरे पास भी आता है

तो मुझे उससे नफ़रत होने लगती है, प्यार तो अब बस तुमसे ही है मुझे हमेशा लगता है की तुम्हारा लंड मेरी चुत या गांड में ही फसा रहे, पर अभी इस समय के लिए मुझे माफ़ कर दो अभी कैसे आउंगी दीदी सोयी है शक हो सकता है, वैसे भी जब तुम मेरी गांड मारते हो तो एक डेढ़ घंटे तक नहीं छोड़ते. मनु – जान जैसा भी हो बस आ जाओ वैसे भी वो चूतिया ४ दिन बाद १०-१२ दिनों के लिए आ रहा है, फिर तो तुम्हारी चुत मारने के लिए बहुत इंतजार करना पड़ेगा. मीना – जान क्यों मजाक करते हो, तुम उस चूतिया के रहते हुए भी तो एक दो बार ठोकते ही हो, वैसे भी तुम एक बार उस पर गुर्रा दो तो उस चूतिया की गांड फट के हाथ में आ जाती है,

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तुम एक काम करो आज रहन दो कल से दिन में जब वो बुढ़िया सोइ रहती है और कोमल दीदी स्कूल जाती है, तब आ कर तसल्ली से 2-3 बार गांड मार लो वैसे भी दो तीन दिन की ही तो बात है, परसो मेरे पीरियड ख़तम हो जायेंगे फिर ये दो दिन की कसर भी निकाल लेना. मनु – मेरी शोना ये कसर तो मै निकाल ही लूंगा, कल मै आकर उस बुढ़िया से बात करूँगा की एक दो दिन बाद मै मीना के साथ बच्चो के कपड़े लेने नागपुर जाऊंगा और हम दोनों ५-६ घंटे में आ जायेंगे, मैंने तुषार (तुषार मनु का दोस्त है जो नागपुर में रहता है) के घर की चाभी ले लिया हूँ हमें ३ – ४ घंटे तक कोई परेशान नहीं करेंगा और उस दिन तुम्हारी चुत को चोद चोद कर भोसड़ा बना कर ही दम लूंगा पर आज मेरे लंड को तुम्हारी गांड चाहिए कोमल को बोल देना की मै टॉयलेट जा रही हूँ,

मैं आधे घंटे में ही अपना पानी तुम्हारी गांड में छोड़ कर तुम्हे फारिग कर दूंगा. जल्दी आओ मै बहार सीढ़ी वाली रूम में तुम्हारा वेट कर रहा हूँ. मीना – ठीक है जान तुम वेट करो और हां परसो अगर नागपुर चलना है तो वो गर्भ निरोधक गोली का पत्ता भी ले के आना २ ही बची है, ठीक है मै आ रही हूँ, अपने लंड को ढीला मत होने देना अब मेरी गांड भी उसको मांग रही है, उम्मा पुच्च (मीना ने पप्पी भेजी) मनु- जान अपना फोन स्विच ऑफ कर देना, जब मैं तुम्हारी गांड मार रहा होऊंगा तो मुझे डिस्टर्ब नहीं चाहिए, वो चूतिया कभी भी फोन कर सकता है पुच्च (मनु ने भी पप्पी भेजी) इसके बाद मीना की चैट बंद हो गयी मैंने उसे फ़ोन किया तो उसका फ़ोन स्विच ऑफ आने लगा, मै समझ गया की मीना अभी मनु का लंड अपनी गांड में लेकर गांड मरा रही होगी.

मैंने भी दो तीन बार मुठ मारी और सो गया रात भर मै सपने में मीना को मनु के द्वारा अलग अलग आसनो में चुदाते देखा सुबह देखा तो मेरा बिस्तर मेरे वीर्य से भरा पड़ा था मुझे स्वप्नदोष हुआ था और मेरा वीर्य काफी ज्यादा गिरा था. उसके बाद दो तीन दिनों तक मैं मीना की चैट देख नहीं पाया, फिर तीसरे दिन मैं घर को रवाना हो गया उस समय कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया और मैं शायद १-२ महीने के लिए घर पर ही रहने वाला था तो मैंने पूरा बैग पैक कर लिया, जब मैं घर गया तो मुझे देख कर मीना खुश नहीं हुयी और जब मैंने बताया की अब १-२ महीने मैं यही रहूँगा तो उसका चेहरा उतर गया, वो पूरी तरह उदास हो गयी, हालांकि वो मुझे दिखने के लिए बनावटी हँसी हँस रही थी. हर बार की तरह जब रात के समय मैंने मीना को नंगी किया और खुद नंगा हुआ तो उसने अपनी टाँगे फैला कर चुत खोल दी.

मैंने गौर किया की उसकी चुत के ओंठ पूरी तरह फ़ैल गए है, मनु की जबरदस्त चुदाई के कारन उसकी चुत बहुत बड़ी हो गयी थी जिसे अब भोसड़ा बोला जा सकता था, मैंने जब अपने लंड का आकलन किया तो पाया की मै उसको चोदूंगा तो मेरा लंड तो उसकी चुत की दीवारों को भी नहीं टच कर पायेगा, जैसे तैसे मैंने उसकी चुत में लवड़ा डाला और हिलाने लगा लवड़ा इतनी आसानी से चला गया, मुझे मनु की ये बात याद आ गयी जब उसने बोला था की नागपुर में तेरी चुत का भोसड़ा बना दूंगा. जैसे तैसे मैंने अपना पानी निकाला, मीना पूरी टाइम निढाल सी पड़ी रही न कोई एक्सप्रेशन न ही कोई ख़ुशी, मुझे ये देख कर अपने आप पर बहुत गुस्सा आया मैं अपनी बीबी से बहुत प्यार करता था और उसे दुःख में नहीं देख सकता था मेरा मन होने लगा की मैं वापस चले जाऊ, पर क्या करू मैं जा नहीं सकता था

क्योकि मोदी ने २० दिन का लॉकडाउन लगा दिया था, घर पर सिर्फ मैं, मेरी माँ और मेरी बीबी ही थे मेरी बहन और मेरी बच्ची मेरी बड़ी बहन के घर गए थे और लॉकडाउन के कारन उनके यहाँ २० दिनों तक आने के कोई उम्मीद भी नहीं थी, चूँकि हम लोग दिनभर घर पर ही रहते थे तो मेरी बीबी और मनु का काम जम नहीं पा रहा था, वो दोनों मेरी उपस्थिति में कुछ नहीं कर पा रहे थे, मीना तो जैसे तैसे मुझ से चुद रही थी पर मनु की बीबी मायके गयी थी और उसके भी आने की उम्मीद नहीं थी इस कारण मनु का लंड चड्डी में ही फड़फड़ाता रहता था न तो वो मीना की चुत मार पा रहा था और नहीं बीबी की चुदाई कर पा रहा था. मीना मुझसे चुदती जरूर थी पर वो ख़ुशी उसके चेहरे पर नहीं होती थी और न की वो मुझसे झड़ पाती थी. जब भी मनु घर पर आता तो वो दोनों एक दूसरे को बड़ी ललचाई नजरो से देखते थे और कभी कभी अकेले में एक दूसरे को किस या फिर मनु मीना के स्तन दबा देता था.

ऐसे ही लॉकडाउन के ५ – ७ दिन बीत गए, एक दिन मेरे मामा के यहाँ से फ़ोन आया की मेरे नानाजी की हालत बहुत ख़राब है और डाक्टर ने ७-८ दिन की मोहलत दिया है और वो मम्मी को बहुत याद कर रहे है, हम तीनो जाने की तैयारी में लग गए अचानक मेरे दिमाग में आयडिया आया की क्यों न मीना को मनु के साथ यहाँ रख कर मैं और मम्मी ही चले जाये, वहा पर हमें कम से कम 8-10 दिन लग सकते थे, चूँकि घर में और कोई नहीं था तो यदि मैं मीना और मनु को एक साथ रखता तो मनु मीना को चोद चोद कर उसकी चुत का चुराड़ा मचा देगा साथ ही मीना भी काफी तृप्त जाएगी.

मैंने अपनी माँ कहा – माँ यदि हम तीनो ही यहाँ से चले जायेंगे तो घर का ख्याल कौन रखेगा? मनु भैया ज्यादा से ज्यादा रात में रह सकते है, पर दिन में कोई न कोई तो होना ही चाहिए, माँ बोली तो क्या करेंगे अभी तो तेरे और मीना के अलावा घर में कोई भी नहीं है, तेरे को तो चलना ही पड़ेगा मैं ड्राइवर के साथ १६ घंटे का सफर नहीं करुँगी, एक काम करते है मीना यहाँ मनु के साथ रह सकती. वैसे भी उसकी बीबी तो है नहीं तो मीना मनु की सारी जरूरतों को पूरा कर देगी (माँ के बोलने का मतलब खाने-पिने, कपड़े धोने आदि से था) मैं मन ही मन खुश हो गया, मेरा प्लान काम कर गया था,

अब मीना मनु से बिना किसी रोकटोक के खुल के चुद सकती थी. उस दिन मैंने ई पास के लिए अप्लाई कर दिया वो एक दिन बाद का मिला, दोफहर में माँ भोजन करके सो गयी, मीना बेडरूम में पैकिंग कर रही थी मैं उसके पास गया और बोला मीना एक बुरी खबर है, तुम हमारे साथ नहीं चल पाओगी, तुम्हे यहाँ मनु भाई के साथ १० दिन रहना पड़ेगा, मीना बहुत खुश हुई, वो अपनी ख़ुशी दबाती हुयी बोली ठीक है कोई बात नहीं तुम आराम से आओ मैं और भैया यहाँ रह जायेंगे,

उतने में मनु भी घर आया मैंने ये बात उसे भी बताई तो वो भी बहुत खुश हुआ, मैंने मनु को बोला -“भैया मैं ई पास का प्रिंट ले कर आता हूँ, माँ भी सो गयी है तो आप मीना के साथ ५-१० मिनट पैकिंग में मदद करो” ये बोल के मैं बहार निकल गया हालाँकि मैंने प्रिंट पहले ही ला चूका था, पर मैं देखना चाहता था की ये दोनों मेरे जाने के बाद १० दिन का क्या क्या प्लान करते है, मैं जाने लगा तो मीना को मनु ने धीरे कहा आज से १० दिन रोज नए रिकॉर्ड (मीना के झड़ने के) बनाने और तोड़ने के लिए तैयार रहना, १५ वाला तो कल ही तुड़वाउंगा ये कह कर उसकी गांड को हलके से दबा दिया मीना ने भी मनु के लंड को हलके से दबा कर अपनी सहमति जताई.

मेरे बेडरूम की एक खिड़की स्टोर रूम की तरफ खुलती थी जहा हमेशा अँधेरा ही रहता था, वहा हम लोगो ने अपना पुराना (कबाड़, टुटा फूटा ) सामान रखा हुआ था उस ओर बेमतलब कोई नहीं जाता था, मैं चुपचाप बिना आवाज किये स्टोर रूम में घुस गया और वहा एक ख़राब कुर्शी पर बैठ कर खिड़की की पतली सी झिरी से अंदर झाँकने लगा, बेडरूम में लाइट होने के कारन मुझे सारा नजारा साफ साफ दिखाई दे रहा था,

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7 thoughts on “मेरी बीबी और उसकी सेक्सी कामनाये”

  1. मैंने आपकी सभी कहानी पढ़ी आप अच्छा लिखते हो, और उत्तेजक कहानी लिखें, कहानी पढ़ के मजा आया.

  2. वाह मजा आ गया मेरा लवड़ा पूरी कहानी ख़तम होते तक तना रहा और कहानी के दौरान दो बार झड़ा.

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