हेलो दोस्तों कैसे हो लीजिये मैं जतिन अपनी कहानी मेरी चुद्द्कड़ बीबी और उसकी थ्रीसम चुदाई कहानी का दूसरा भाग लेकर आ गया हूँ तो चलिए शुरू करते है…
पिछली कहानी से .. मीना – जान मुझे तो कोई प्रोब्लम नहीं है, बल्कि ये तो मेरी फंतासी भी है की मुझे दो दो मर्द पकड़ कर कस कर चोदे और मेरे गांड और चुत में एक साथ २ लंड फसे रहे, पर जानू ये पोसिबल नही है, क्योकि लंड तुम्हारे लंड जैसा ताकतवर और पानीदार होना चाहिए.
अब आगे…..
जग्गू – जान मुझे मालूम है की मेरे जैसा लंड बहुत कम मिलता है मेरे बहुत से दोस्त है, पर मेरे लंड जैसा एक भी नहीं हां वो कामचलाऊ चुदाई के लिए ठीक है, परन्तु जान मेरा एक दोस्त और भी है जिसका नाम कल्लू सुल्तान है, उसने भी दो दो शादिया की लेकिन उसकी दोनों बीबी उसे छोड़कर भाग गयी, उसको दिल्ली के सारे रंडीखानों ने बैन करके रखा है, क्योकी एक तो उसका लंड बहुत मोटा है मेरे लंड से भी बहुत मोटा ( करीब ५.५० इंच तक) और वो गांड मारने का बहुत शौक़ीन है गांड क्या मारता है, वो औरतो की गांड फाड़ देता है, इसीलिए उससे कोई नही चुदवाना चाहता, बेचारा इस समय मुठ मार कर गुजारा कर था है, तुम भी उसे सहन नही कर पाओगी. Antarvasna Story
मीना – जान “तुम भी उसे सहन नही कर पाओगी” ये बोलकर तो अब तुमने मेरी बेइज्जती कर दी अब तो ये मेरी इज्जत का सवाल है, अब जब तक कल्लू मेरी गांड नही मारता मैं तुमसे भी गांड नही मराउंगी अब तो मुझे कल्लू का लंड चाहिए ही चाहिए.
जग्गू – जान सोच लो कल्लू काफी वहशी है वो जानवरों की तरह चुदाई करता है.
मीना – अब चाहे जो हो अब कल्लू से गांड मराये बिना अब मुझे भी चैन नही मिलेगा.
जग्गू – तो ठीक है जान बाद में मत कहना की मुझे बताया नहीं.
ये कह कर जग्गू फिर से मीना पर पिल गया उस रात मीना ने उसे गांड मारने नही दी जग्गू ने मीना का मुँह चोदा और २ बार उसकी चुत मारी, मैं भी अपने काम में लग गया.
दुसरे दिन मैं घर गया तो मीना से औपचारिक बात हुयी, मुझे अपने ऑफिस के काम से ३ दिनों के लिए बहार जाना था तो मैंने ये बात मीना को बताया वो बहुत खुश हुयी, बेडरूम में जाकर अपनी पैकिंग करने लगा तो मीना ने उसी समय मुझसे छुप कर जग्गू को फ़ोन किया, मैं चुपके से बाते सुनने लगा..
मीना – जानू बहुत बड़ी खुशखबरी है, वो ढीला ३ दिन के लिए बहार जा रहा है, तुम आज ही से कल्लू को यहाँ लेकर आ जाओ अब तिन दिन तक मेरे कोई छेद मै खाली नही रखना चाहती.
उधर से जग्गू भी कुछ बोल रहा था जो मुझे सुनाइ नही दे रहा था, मीना काफी खुश थी.
मैं – मीना तुम तिन दिन अकेले ना रह पाओ इसीलिए मैं जग्गू को तुम्हारे साथ रहने के लिए भिजवा देता हूँ. (मीना और जग्गू के बारे में जानने के लिए इस साईट पर इसी सीरिज की अन्य कहानिया “मेरी बीबी जमकर चुदी (७ भाग), “दोस्त ने बीबी की जमकर गांड मारी” जरुर पढ़े.). मुझे तो मालूम ही था की मेरे जाने के बाद जग्गू क्या करने वाला है, मैं करीब १० बजे सुबह घर से निकल गया, जग्गू कही बहार था तो वो रात के ७ बजे आने वाला था.
मैं रात में होटल में जाकर लैपटॉप चालू किया, उस समय मीना खाना बना रही थी, वो एक स्लीव पहने हुए थी जबकि निचे उसने जालीदार थोंग पेंटी पहनी थी जो की उसकी गांड को बमुश्किल ढक पा रही थी, वैसे भी ये नाममात्र के कपड़े तो थोड़ी देर में उतरने ही वाले थे…… दोस्तों कहानी जारी है, इसके अगले भाग में मेरी बीबी दो दो लंडो को अपनी चुत और गांड में लेकर चुदवाने वाली है, तो आप पढते रहे और मेरे मेल पर मेल करते रहे मेरा मेल एड्रेस है jagat11981@yandex.com आपका जित.