दोस्तो, मैं मोनिका मान हिमाचल की रहने वाली हूँ. मेरी हाइट 5 फ़ीट 3 इंच है और मेरा रंग गोरा है. मेरी चूचियों की साइज़ 32, कमर 28 और कूल्हे 36 के हैं. मेरी उम्र 20 साल है. मैं लड़कों की तरह छोटे बाल रखती हूँ. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
मेरी हाइट कम होने के कारण मेरे चूतड़ काफी बड़े दिखते हैं. मेरे स्कूल के समय से ही लड़के मेरे चूतड़ों के दीवाने थे. मुझे जीन्स और शर्ट टॉप पहनना पसन्द है. मेरी चूचियां गोल हैं और निप्पल भूरे रंग के हैं, चेहरा गोल है.
पिछली बार जब मैं दिल्ली से घर आई थी, तो मुझे पहाड़ों में आकर बहुत सुकून मिला. फिर 5 दिन बाद मेरे मामा अपनी लड़की की शादी का न्यौता देने और मुझे साथ ले जाने के लिए आए.
मम्मी ने मामा के साथ जाने के लिए हां कर दी और मैं मम्मी के साथ मामा के घर चली गयी.
मामा ने अपनी बेटी पहले ही बुला लिया था. अभी उनकी शादी में 8 दिन बाकी थे. जब मेरे मामा की बेटी यानि मेरी दीदी मुझसे मिलीं, तो मैंने दीदी से बात की, लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की. पता नहीं क्यों उनको मुझसे नाराजगी थी. दो दिन ऐसे ही बीत गए.
मैं शादी के लिए कपड़े खरीदना चाहती थी. जब मैंने दीदी से पूछा तो उन्होंने मना कर दिया- मुझे नहीं मालूम, जो खरीदना है खरीदो.
मुझे दीदी की ऐसी बेरुखी बातों से रोना आ रहा था. खैर मैंने कपड़े नहीं खरीदे, जो मेरे पास थे, उन्हीं को पहनने का मन बना लिया.
शादी से एक दिन पहले सभी मेहमान आ गए थे तो रात को सोने का इंतजाम करने लगी. महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था कर दी गयी और पुरुषों को अलग से. Bhai Behan Sex Story
मैंने अपने लिए छत पर बिस्तर लगा दिए ताकि शोर शराबे से दूर आराम से सो सकूँ. मैं खाना खाकर करीब 9 बजे छत पर जा कर अपने बिस्तर पर लेट गयी. थोड़ी देर बाद मेरी मौसी की लड़की और उनका भाई छत पर आ गए. मैं उनको जानती थी कि ये मेरी मौसी की लड़की और लड़का हैं. लेकिन कभी हम मिले नहीं थे.
वो आकर मेरे पास बैठ गए और अपना परिचय दिया. तब हमारी जान पहचान हो गयी. उसका नाम निहारिका था.
निहारिका ने पूछा कि क्या वो मेरे साथ सो सकती है?
मुझे कोई दिक्कत नहीं थी तो मैंने हां कर दी.
तभी उसका भाई बिस्तर ले आया और वे मेरे साथ में बिस्तर लगा कर लेट गए. मेरी मौसी का लड़का मुझसे बातें करने लगा. वो कुछ ज्यादा ही मुझमें अपना इंटरेस्ट दिखा रहा था. मैंने दिन में भी उसको कई बार मुझे घूरते हुए देखा था. वो दोनों बहन भाई पूरा दिन हंसते हुए बिता रहे थे. दिन में जब कोई काम होता, तो वो मुझे बार बार छूने की कोशिश करते और एक दूसरे के इर्द गिर्द ही रहते. लेकिन मेरा उनमें कोई इंटरेस्ट नहीं था.
रात के 11 बज चुके थे, तो मैंने सभी को शुभ रात्रि बोला और सो गयी.
करीब 12 बजे अचानक से मेरी नींद खुल गयी. मुझे मेरी चुचियों पर कुछ महसूस हुआ. जब देखा तो वो निहारिका का हाथ था. पहले तो मैं चुप रही, ये देखने के लिए कि आगे क्या होता है.
थोड़ी देर बाद उसके हाथ में हरकत हुई. और उसने मेरी चूची को दबाना शुरू कर दिया. मैंने उसका विरोध नहीं किया. थोड़ी देर बाद मेरी दोनों चूचियों पर तेज तेज हाथ चलने लगे. मुझे कुछ शक हुआ, तो मैंने चाँद की चांदनी रात में देखा कि उनका भाई भी मेरी चूची दबा रहा था. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
अब मैं एकदम से जाग गयी और मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, मैंने पूछा- ये क्या हो रहा है?
तो वे दोनों भाई बहन सकपका गए.
मैं- अरे तुम दोनों बहन भाई होकर भी?
निहारिका- माफ़ करना मोनिका.
उनका भाई विक्की भी माफ़ी मांगने लगा.
मैं- चलो ठीक है माफ़ किया, लेकिन सच बताओ क्या तुम दोनों बहन भाई एक दूसरे के साथ सेक्स करते हो?
निहारिका- नहीं, हम बस अपनी सब बातें शेयर करते हैं.
मैं- तो आपस में करते क्यों नहीं?
निहारिका- नहीं … हम भाई बहन हैं.
मैं- तो क्या किसी दूसरे को तंग करोगे? अपने घर में ही करो, आपके लिए अच्छा रहेगा.
इस बार मैं थोड़ा तेज आवाज में बात कर रही थी.
विक्की- दीदी प्लीज़ आप किसी को कुछ बताना मत.
मैं- जो करना है करो, मैं किसी को कुछ नहीं बताने वाली.
इसके बाद हम सब सो गए.
सुबह वो दोनों मुझसे नजरें नहीं मिला रहे थे. पता नहीं क्यों मुझे अच्छा नहीं लगा. मैंने जानबूझ कर विक्की को बुलाया और काम में मदद मांगी और उससे बात करने लगी.
एकांत देख कर मैंने कहा- विक्की रात जो हुआ, उसको तुम भूल जाओ … और जाओ निहारिका को बुला के लाओ.
जब निहारिका आई, तो मैंने उसको समझाया- निहारिका, जो रात को हुआ, मैं उसके बारे में कुछ नहीं बोलूंगी. तुम भी उसको भुला दो. तुम शादी में आई हो, तो एन्जॉय करो.
मैंने सोचा कि ये लोग शादी में अपनी खुशियां मनाने आए हैं और मेरी वजह से ये पूरे 2 या 3 दिन मुँह लटकाये रहेंगे, तो अच्छा नहीं लगेगा. Desi Sex Kahani
वो मुझे कुछ परेशान सी देखने लगी.
तभी मैंने निहारिका से कहा- निहारिका, मैं वादा करती हूँ कि मैं ये बात किसी को नहीं बताउंगी. तुम खुश होकर मुस्कुराते हुए शादी का आनन्द लो.
तब जाकर वो दोनों खुश हुए और दोबारा से उनके चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली.
उस दिन मैं और निहारिका दोपहर को पड़ोस के मकान में सोने चली गई ताकि रात भर जागने में कोई दिक्कत ना हो, क्योंकि रात को दीदी के फेरे और फिर विदाई थी.
हम करीब 11 बजे सो गयी और शाम को 4 बजे उठी. शाम 6 बजे बारात आने वाली थी, तो सभी बारात के स्वागत के लिए तैयार हो रहे थे. मुझे तो कोई जरूरत नहीं थी तैयार होने की. मैंने बाथ लिया और काले रंग की टाइट जीन और नीले और आसमानी रंग की चैक की शर्ट डाल ली और नीचे जूते पहन लिए. मेरी शर्ट चूचियों के नीचे से एकदम से टाइट थी, जिससे मेरी चूचियां के उभार दिख रहे थे. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
मैंने देखा कि कुछ लड़कों की निगाहें मुझ पर ज्यादा ही थीं. हमने बारात का स्वागत किया और बारातियों को खाना खिलाया. कुछ देर बाद फेरे शुरू हुए. 11:30 के करीब दीदी की विदाई हो गई.
दीद के जाने के बाद मुझे एक अजीब सी शांति मिली और अब मेरा मन चुदाई का खेल खेलने का करने लगा.
निहारिका से मैंने कहा- चलो छत पर सोते हैं, तुम विक्की को भी सोने को बोल दो.
अपने कपड़े लिए और मैं ऊपर चली गयी. छत पर एक खुला कमरा था. निहारिका भी अपने कपड़े लेकर मेरे साथ ऊपर आ गयी.
मैंने कहा- तुम कपड़े चेंज करो, मैं गेट बन्द कर देती हूँ.
निहारिका ने अपना कमीज उतारा ही था कि विक्की कपड़े बदल कर आ गया.
मैंने उसको रोका नहीं, वो सीधा निहारिका के पास चला गया. मैंने गेट बन्द कर दिया. निहारिका ने उसको कुछ नहीं कहा. मेरे और विक्की के सामने ही निहारिका ने अपनी ब्रा उतारी और खुली टी-शर्ट डाल ली. फिर सलवार उतार कर लोअर डाल लिया.
निहारिका ने कपड़े बदल लिए, अब मैंने अपने कपड़े बदलने थे तो विक्की छत पर जाने लगा, तो मैंने कहा- कल तो मेरे दबा रहे थे, आज इतनी शर्म क्यों महसूस कर रहे हो?
इस पर वो थोड़ा मुस्कुरा दिया.
मैंने कहा- निहारिका को देखा तो मुझे भी देख लो, क्या फर्क पड़ता है.
आज मैंने सोच लिया था कि कल सभी चले ही जाएंगे … तो क्यों ना आज मजा ले ही लिया जाए.
मैंने विक्की के सामने ही अपने कपड़े उतारे. विक्की मेरी चूचियों को … और कूल्हों को देखता ही रह गया. मैंने पिंक कलर की ब्रा और पेंटी डाली हुई थी. मेरी चूचियां बड़ी होने के कारण ब्रा सिर्फ एक चौथाई चूचियों को ढक पा रही थी.
मैं सोते टाइम ब्रा नहीं डालती, इसलिए मैंने निहारिका से कहा- जरा मेरी ब्रा का हुक खोलना.
मेरी ब्रा का हुक खोलते ही मेरी चूचियां एकदम से उछल कर बाहर आ गईं. जब मैंने अपनी ब्रा उतारी, तो विक्की भी मुझे देख रहा था. उसकी नजरें बार बार मेरी चुचियों पर जा रही थी.
मैंने नोटिस किया कि विक्की के लोअर में उसका लंड खड़ा हो गया था. होता भी क्यों नहीं … दो दो लड़कियां उसके सामने कपड़े जो उतार रही थीं.
विक्की ने अपनी लोवर के ऊपर से ही अपना लंड मसला, तो मेरा भी दिल मचल गया.
मैं अब विक्की और निहारिका के सामने सिर्फ पेंटी में थीं. एक बार तो दिल किया कि ऐसे ही सो जाऊं बिना कपड़ों के. लेकिन यहां किसी का भरोसा नहीं था कि कौन कब आ जाए. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
फिर मैंने अपना रात्रि में पहनने वाला गाउन पहना और बाहर आकर अपने बिस्तर पर लेट गई. Antarvasna
हम दोनों के बीच में विक्की लेटा हुआ था. मैं निहारिका से बात करने के बहाने बैठी, तो जानबूझ कर विक्की के लंड पर हाथ रख दिया … और लंड को थोड़ा दबा भी दिया.
मैंने पूछा- निहारिका तेरा कोई बॉयफ्रेंड है क्या?
निहारिका- नहीं.
मैं- विक्की को बना लो.
मैं ये कह कर थोड़ा हंस दी.
निहारिका- किसी को पता चलेगा तो?
मैं- बताएगा कौन?
निहारिका चुप हो गयी.
मैं- विक्की, क्या तुम निहारिका के साथ सेक्स करना चाहते हो?
विक्की- हां दीदी.
मैं- तो चलो, मैं तेरा कोई ना कोई जुगाड़ करती हूँ.
मैंने विक्की को निहारिका को किस करने व चूचियां दबाने का इशारा किया.
विक्की ने इशारा समझ कर निहारिका के होंठों पर किस कर दिया और उसकी चूचियां दबाने लगा. थोड़ी देर बाद निहारिका सोने का ड्रामा करने लगी. लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी. मैं विक्की से बिल्कुल सट गयी और उसके पेट पर हाथ रख दिया.
दो मिनट बाद मैंने हाथ को थोड़ा नीचे ले जा कर उसके लंड पर रख दिया.
विक्की- दीदी, आप बुरा ना मानो तो एक बात बोलूँ.
मैं- हां बोलो.
विक्की- आपकी चूचियां और कूल्हे बहुत मस्त हैं. मुझे एक बार और दिखा सकती हो क्या?
मैं- कल देख लेना.
विक्की- अभी छू सकता हूँ क्या?
मैंने हां कर दी.
विक्की मेरी चूचियों को दबाने लगा. लेकिन मेरे मन में तो कुछ और ही चल रहा था. मैंने कहा- विक्की तुम निहारिका के साथ सेक्स क्यों नहीं करते?
तो विक्की ने बताया- मैं तो करना चाहता हूँ, लेकिन वो खुद मना करती है … जबकि अपने बॉयफ्रेंड से खूब मजे से सेक्स करती है.
मैंने कहा- चलो अभी उसकी चूचियां दबाओ और उसे नंगी करो … मैं देखती हूँ कि तुम्हारे साथ कैसे नहीं करती.
अब विक्की को मेरा सहारा मिल गया था, तो उसने निहारिका का लोअर उतार दिया. निहारिका जागी हुई तो थी ही, वो झट से जाग गयी.
मैंने कहा- निहारिका, चलो तीनों मिलकर मस्ती करते हैं.
यह कहते हुए मैंने निहारिका चूची पकड़ कर दबा दी. निहारिका कुछ देर तो यूँ ही पड़ी रही, फिर वो भी राजी हो गयी. अब मैंने विक्की का लोवर उतार दिया और अंडरवियर भी खींच दी. वो नंगा हो गया. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
हम तीनों भाई बहन का थ्रीसम सेक्स का पूरा माहौल बन गया था. अगले भाग में आपको थ्रीसम चुदाई की कहानी का मजा मिलेगा.
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मैंने नीचे से दोनों बहन भाई को नंगा कर दिया. पूरा नंगा होना भी ठीक नहीं था. थोड़ी देर तक वे दोनों किस करते रहे और मैं विक्की का लंड हिलाती रही.
मैंने आराम से विक्की के कान में कहा- अब लंड डाल दो.
विक्की ने जैसे ही अपना लंड चूत पर रखा, तो निहारिका पेलने से मना करने लगी. वो मुझसे चुदने के लिए कहने लगी.
मैंने उसको समझाया- एक बार करने दो, फिर मैं भी करवा लूँगी. इसमें कोई गलत बात नहीं है, जरूरत पूरी करनी है बस.
मैंने जैसे तैसे उनको समझाया और विक्की का लंड उसकी बहन की चूत के अन्दर डलवा दिया. पहले तो विक्की बहुत धीरे धीरे धक्के लगा रहा था, जब निहारिका नीचे से अपने कूल्हे उछालने लगी तो विक्की के धक्कों की स्पीड भी तेज हो गयी.
मुझे लंड नहीं मिल रहा था, तो मुझे जलन सी हो रही थी. दूसरी तरफ मेरा मकसद पूरा हो गया था, तो खुश भी थी.
कुछ देर चुदाई के बाद निहारिका को दर्द होने लगा क्योंकि अब तक वो 2 बार झड़ चुकी थी.
विक्की ने एक मिनट के लिए लंड बाहर निकाला, तो मेरा मन होने लगा कि मैं अपनी चूत में लंड ले लूँ. लेकिन अगले ही मिनट में ही दोबारा से विक्की का लंड निहारिका की चूत में घुस गया था. वो दोनों फिर से शुरू हो गए. धकापेल चुदाई के 15 मिनट बाद दोनों झड़ गए. इधर मैंने भी खुद को उंगली से झड़ा लिया था.
अब करीब 3 बजने को थे तो हम सो गए.
सुबह जब उठी तो निहारिका ने मुझसे कहा- आज आप रुक जाना. हम भी रुक जाएंगे और इस रात की तरह आज की रात और हसीन बनानी है. घर जाने के बाद हमें ऐसा मौका नहीं मिलेगा.
मामा ने मेरी मम्मी को 5-6 दिन रुक जाने को कहा, तो मम्मी ने मुझसे पूछा.
मैंने कहा- मम्मी मुझे तो घर जाना है और मैं भी निहारिका और विक्की भाई के साथ अपने घर जाऊँगी. वो कभी हमारे घर नहीं गए है.
तो मौसी ने मुझसे कहा- हां ये ठीक रहेगा, तुमको कोई दिक्कत ना हो, तो निहारिका और विक्की को ले जाओ, उनको भी पहाड़ों की सैर करवा दो.
इसी बीच निहारिका ने भी कहा- हां मम्मा इस बहाने हम भी घूम आएंगे.
तो मामा मौसी और मम्मी सब मान गए. हम तीनों नहा धो कर अपने अपने कपड़े पैक कर के चल दिए.
हमारा घर मामा के घर से 3 घण्टे की दूरी पर ही है. हम तीनों बहुत ही खुश थे. घर जा कर थोड़ी देर आराम किया. विक्की को नींद आ गयी थी. शाम को जब विक्की उठा, तो 8 बज चुके थे.
तब तक मैंने और निहारिका ने खाना बना दिया था. हम तीनों ने खाना खाया. फिर मैंने मुख्य दरवाजा बन्द किया और टहलने के लिए छत पर चले गए. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
मेरा घर ऊंचाई पर है, तो वहां से पूरा गांव रोशनी में जगमगाता दिखाई देता है. कुछ देर टहलने के बाद हम नीचे आ गए और टीवी देखने लगे. मैं बार बार विक्की को देख रही थी, तो विक्की ने मेरी तरफ देखा.
मैंने उसकी तरफ आंख मार दी. तभी मैं उठ कर अपने बिस्तर की तरफ चली गयी और विक्की और निहारिका को बोल दिया कि टीवी बन्द करने के बाद बेडरूम में आ जाना.
वो दोनों भी मेरे साथ ही आ गए. मैंने बेडरूम की लाइट बन्द कर दी और अपने कपड़े उतार कर पेंटी में लेट गयी. निहारिका को भी कपड़े उतारने को बोला. उसने और विक्की ने भी कपड़े उतार दिए.
मैंने कहा- निहारिका यहां कौन देखेगा हमें … क्यों न बिल्कुल नंगी हो कर सोया जाए.
इतना कहते ही निहारिका और मैंने पेंटी भी उतार दी. फिर हम दोनों विक्की के दाएं बाएं लेट गए और उसकी छाती पर हाथ फिराने लगे. विक्की पर उत्तेजना हावी होने लगी. मैंने उसका अंडरवियर उतार दिया. मेरी आंखों के सामने कोई 6 या 7 इंच लम्बा लंड हिलोरें ले रहा था.
निहारिका विक्की के साइड में लेटकर उसके होंठों को चूसने लगी. विक्की अपनी बहन की चूचियां दबा रहा था. मैंने विक्की के लंड को थोड़ी देर के लिए हिलाया और लंड को किस किया और लंड के सुपाड़े पर जीभ फिराने लगी.
विक्की को बहुत मजा आ रहा था. दो दो लड़कियां उनसे चुदने जा रही थीं.
कुछ देर बाद निहारिका हट गयी. मैंने कहा- निहारिका चुदने को रेडी हो जाओ.
निहारिका ने मना कर दिया और मुझे चुदने को कहने लगी और बाद में खुद चुदने का वादा किया.
मैं भी खुद चुदाई के लिए उतावली हो रही थी. मैंने विक्की के लंड को थोड़ी देर के लिए चूसना उचित समझा ताकि अच्छी तरह से लंड गीला हो जाए और मुझे अपनी चुत में लेने में कोई दिक्कत ना हो.
मैं विक्की का लंड मुँह में लेती कि मुझसे पहले ही निहारिका ने लंड को अपने मुँह में ले लिया. हम बारी बारी से लंड का आनन्द लेने लगे. मैं विक्की के ऊपर 69 पोजीशन में लेट कर लंड को चूस रही थी. विक्की भी मेरी चूत में उंगली डाल कर उंगली से ही चूत चोद रहा था. वो एक हाथ से मेरे चूतड़ों को भी मसल रहा था. मुझे इस सब में बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ देर लंड चूसने के बाद विक्की ने निहारिका को हटा दिया. निहारिका को लेटा कर मुझे उसके ऊपर घोड़ी बनने को कहा. मैं डॉगी स्टाइल में उसके ऊपर आ गयी और विक्की मेरे पीछे आकर मेरी चूत को चाटने लगा.
अब मुझसे रुका नहीं गया. मैंने निहारिका के होंठों को अपने होंठों में ले लिया और उनको चूसने लगी. विक्की ने मेरी चूत को अच्छी तरह से गीला कर दिया और अपना लंड डाल दिया.
अभी लंड का सुपारा ही अन्दर गया था कि मुझे हल्का सा दर्द हुआ. धीरे धीरे विक्की ने पूरा लंड अन्दर डाल दिया. मुझे हल्का हल्का दर्द भी हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था. कुछ देर धक्के लगने के बाद मेरा दर्द बिल्कुल गायब हो गया.
अब विक्की मुझे बहुत तेजी से चोद रहा था. करीब दस मिनट की चुदाई के बाद अचानक से मेरे शरीर में अकड़न होने लगी. मैं झड़ने वाली थी. मैंने विक्की के लंड को अपनी चूत में कस कर जकड़ लिया और मैं झड़ गयी. मौसेरे भाई बहन के साथ थ्रीसम सेक्स
मैंने लंड बाहर निकलवा दिया और बिस्तर पर अपनी टांगें खोल कर मुँह के बल लेट गयी. विक्की ने निहारिका को मेरे ऊपर लेटा दिया. मेरे कूल्हे ज्यादा बड़े होने की वजह से निहारिका के कूल्हे बिल्कुल उभर आए थे.
अब विक्की ने अपना तना हुआ लंड अपनी बहन निहारिका की चूत में डाल दिया और निहारिका को चोदने लगा.
पांच मिनट तक निहारिका को चोदने के बाद अचानक से विक्की ने मेरी चूत में लंड डाल दिया और मुझे चोदने लगा. मैंने निहारिका को अपने ऊपर से हटाया और विक्की को लेटने को कहा. विक्की के लेटते ही मैंने विक्की की तरफ पीठ करके उसके लंड पर चूत रख दी और पूरा लंड अन्दर डलवा लिया.
ये मेरी पसंददीदा पोजीशन थी. मैं ऊपर नीचे होने लगी, मेरी भारी भरकम चूचियां हिल रही थीं. बीच बीच में मैं अपनी गांड को गोल गोल घुमा देती. इससे विक्की को दुगना जोश चढ़ जाता.
कुछ मिनट में ही मैं और विक्की दोनों झड़ गए. विक्की के लंड के पानी की गर्म गर्म पिचकारी मैं अपनी चूत में महसूस कर रही थी. मैं विक्की के ऊपर ही लेट गयी और कुछ देर बाद विक्की का लंड सिकुड़ कर बाहर आ गया. मैं उसके साइड में लेट गयी.
थोड़ी देर बाद निहारिका उठ कर बाथरूम जाने लगी. तो मैं और विक्की भी साथ में चल दिए. विक्की मेरे पीछे मेरे कूल्हों को देख रहा था. मैं जानबूझ कर कूल्हों को मटका कर चल रही थी.