चूत चुदाई के सभी खिलाड़ियों और लंड की सभी दिवानियो को मेरा प्रणाम। मैं रोहित एकबार फिर से हाज़िर हूं आप सभी के बीच में। मैं 21 साल का नौजवान लौंडा हूं।मेरा लन्ड 7 इंच लम्बा है जो किसी भी चूत की गहराई में उतर कर उसकी बखिया उधेड़ सकता है। मौसी की चूत की गहराई को नापा
अब तक मेरा लन्ड कॉलेज की चुत्तो को अच्छी तरह से बजा चुका था।मुझे टाइट चूत चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आया था। मैंने जवान कलियों को चोदकर मेरे लन्ड की प्यास बुझाई थी। अब कॉलेज में गर्मियों की छुट्टियों लग चुकी थी और मेरे लन्ड को चूत मिलना बंद हो चुकी थी।
तभी मैंने मेरी पिछली कहानी “मौसी की चूत से लंड की प्यास बुझाई”में आपको बताया था कि किस तरह से मेरी संजना मौसी को पेला था। अब संजना मौसी अब कुछ दिन हमारे घर पर रुककर मेरी रागिनी मौसी के पास कोटा चली गई।तब तक मैंने घर पर संजना मौसी को जमकर बजाया था। अब मैं भी संजना मौसी के साथ रागिनी मौसी के घर आ गया। Antarvasna
अब रागिनी मौसी ने हमारी अच्छी तरह से देखभाल की।फिर रात हो गई लेकिन मुझे संजना मौसी को चोदने का मौका नहीं मिल रहा था।मेरा लन्ड संजना मौसी को चोदने के लिए कुलबुला रहा था। अब मैंने संजना मौसी को दिन में चोदने का प्लान बनाया।जब दिन में सब सो गए तो मैं संजना मौसी को खींचकर गेस्ट रूम में ले आया और फिर संजना मौसी पर टूट पड़ा। संजना मौसी की तो दर के मारे गांड़ फट रही थी। मैं संजना मौसी को झमाझम बजा रहा था।फिर संजना मौसी ने बड़ी मुश्किल से चुदाया और फटाफट चुदाकर भाग गई।
बड़ी मुश्किल से आज मेरे लन्ड को चैन मिला था। अब दूसरे दिन भी मै दिन में संजना मौसी को बजा रहा था।मेरा पूरा ध्यान मौसी को चोदने में लगा हुआ था तभी मुझे रागिनी मौसी इधर उधर निकलती हुई नजर आईं। डर के मारे मेरी गांड़ फट गई। साली खिड़की गलती से खुली रह गई थी। अब मेरा ध्यान खिड़की की तरफ था तभी रागिनी मौसी फिर से निकलती हुई नजर आईं।
अब मुझे समझ में आ चुका था कि हमारी पूरी पोल खुल चुकी है लेकिन संजना मौसी को कुछ पता नहीं चलने दिया।उनका मुंह दूसरी तरफ था।खैर अब जो होना था वो ही चुका था।फिर जैसे तैसे मैंने संजना मौसी को चोदकर फ्री किया। अब मैं रागिनी मौसी से नज़रे नहीं मिला पा रहा था लेकिन रागिनी मौसी ने कुछ नहीं कहा। मैंने भी रागिनी मौसी से कुछ नहीं पूछा।
अब अगले दिन संजना मौसी को दोपहर में मै फिर चोदने लगा।आज मैंने जानबूझकर खिड़की को खुला रखा। अब थोड़ी देर बाद रागिनी मौसी आई और जैसे ही उन्होंने मेरी तरफ देखा तो मेरी और रागिनी मौसी की नजरे मिल गई।मौसी नज़रे हटाकर तुरंत भाग गई।फिर मैं संजना मौसी को बजाकर फ्री हुआ।आई फिर रागिनी मौसी ने कुछ नहीं कहा। मौसी की चूत की गहराई को नापा
अब मेरी हिम्मत बढ़ रही थी।तीन चार दिन तक यही खेल चलता रहा। मैं संजना मौसी को चोदता और रागिनी मौसी चुदाई का नज़ारा देखती। अब मुझे समझ में आ गया था कि रागिनी मौसी को लंड की जरूरत है। अब मैंने रागिनी मौसी को हवस भरी नज़रों से देखा तो मेरा लन्ड तन गया।
मेरी रागिनी मौसी लगभग 35 साल की गौरी चिकनी माल है।रागिनी मौसी का चिकना जिस्म बहुत ज्यादा चर्बी से भरा हुआ है। रागिनी मौसी के बूब्स लगभग 34 साइज के है।मौसी अपने बूब्स को बहुत ज्यादा अच्छे तरीके से ढककर रखती है।आज तक मैंने कभी रागिनी मौसी के बूब्स के दर्शन नहीं हुए।
रागिनी मौसी की कमर लगभग 32 साइज की है।उनकी कमर पर मौसी का सेक्सी चिकना गौरा पेट मौसी को बहुत ज्यादा सेक्सी बना देता है।साड़ी में से मौसी का पेट हमेशा बाहर दिखता है।
रागिनी मौसी की गांड लगभग 34 साइज की है।मौसी की गांड में कसावट साड़ी में अच्छी तरह से नजर आती है।जब मौसी इधर उधर मटकती है तो उनकी गांड बहुत ज्यादा हिलती है।
यानि रागिनी मौसी भी लंड को फुल मज़ा देने वाली माल है। अब मैंने सोचा रागिनी मौसी की चूत नापनी ही पड़ेगी। अब मैं रागिनी मौसी के पीछे लग गया। अब मैं रागिनी मौसी को टच करने की कोशिश करता ताकि रागिनी मौसी समझ सके कि मैं भी उनकी चूत लेना चाहता हूं।
अब एक दिन मै बाथरूम में नहा रहा था। अब नहाने के बाद मैंने रागिनी मौसी को टावल लेकर आने को कहा तो रागिनी मौसी टावल लेकर आ गई। गीली अंडरवेयर मेरा लन्ड खड़ा था।तभी रागिनी मौसी ने मेरे खड़े लंड के दर्शन कर लिए और चली गई। मौसी की चूत की गहराई को नापा
अब अगले दिन रागिनी मौसी किचन में खाना बना रही थी तभी मै मौसी के पास चला गया और मौसी से बाते करते हुए उनकी गांड पर हाथ फेरने लगा लेकिन रागिनी मौसी ने कुछ नहीं कहा। अब मैं समझ गया कि रागिनी मौसी को लंड की सख्त जरूरत है अगर मैंने रागिनी मौसी को लंड नहीं दिया तो ये रागिनी मौसी के साथ नाइंसाफ होगा। अब मैं रागिनी मौसी को चोदने का प्लान बनाने लगा।
मैं रोजाना रागिनी मौसी को संजना मौसी की चुदाई का नज़ारा दिखाता था।तभी मैंने संजना मौसी से कहा– मौसी एक बात बताऊं आपको?
संजना मौसी– हां बताओ ना।
मैं– रागिनी मौसी को अपने बारे में सब कुछ पता चल चुका है।
संजना मौसी– क्या!
मेरी बात सुनकर संजना मौसी चौंक गई और डर से उनकी गांड फट गई।
संजना मौसी– अब क्या होगा? वो तो सबको बता देंगी।
मैं– वो सबको बताए उससे पहले मुझे रागिनी मौसी को चोदना पड़ेगा ताकि वो किसी को नहीं बता पाए।
संजना मौसी– कैसी बकवास बाते कर रहा है? तू रागिनी दीदी को कैसे चोदेगा यार।
मैं–कैसे चोदना है वो सब मेरे ऊपर छोड़ दो।मुझे लगता है खुद रागिनी मौसी चुदना चाहती है।उनके हालचाल को देखकर मुझे ऐसा लग रहा है।
संजना मौसी– अगर दीदी को अच्छा नहीं लगा तो।, मतलब तुमसे चुदवाना।
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मैं– नया नया लंड सबको अच्छा लगता है मौसी। अब आप खुद को ही देख लो।कितने नखरे किए थे आपने जब पहली बार चुदवाया था।और अब देख लो, कितने अच्छी तरह से चुदवाती हो।
संजना मौसी– हां पर…………….यार दीदी का कुछ पता नहीं है ना।
मैं– रागिनी मौसी को चोदना मेरी जिम्मेदारी है बस आपको मेरी छोटी सी हेल्प करनी पड़ेगी।
संजना मौसी– कौनसी हेल्प।
मैं– आप आज शाम को सब बच्चो को पार्क में घुमाने ले जाना ताकि रागिनी मौसी और मुझे पूरा मौका मिल सके।आपके यहां रहते हुए तो रागिनी मौसी चुदवा नहीं पाएगी।
संजना मौसी– ठीक है।आज शाम को ही मै ये काम करती हूं।
अब मैं शाम होने का इंतजार करने लगा। शाम होते ही संजना मौसी सभी बच्चो को लेकर पार्क चली गई।अब घर में मै और रागिनी मौसी ही बचे थे। अब मैं रागिनी मौसी के पास गया।वो कीचन में कुछ बना रही थी।रागिनी मौसी की गांड को देखकर मेरा लन्ड तन गया। अब मैं रागिनी मौसी के पास में खड़ा हो गया और मौसी से इधर उधर की बातें करने लगा। मौसी की चूत की गहराई को नापा
मैं– मौसी आजकल तो गर्मी बहुत ज्यादा पड़ रही है।
मौसी– हां रोहित।ये बात तो है।
मैं– मौसाजी की तो लाइफ बहुत बिज़ी है। सुबह जाते और रात को आते है।घर पर बैठने का तो उन्हें टाइम ही नहीं मिलता है।
मौसी– क्या करे अब जॉब तो करनी पड़ती है ना।
मैं– हां मौसी।
तभी मैंने मौसी की गांड पर हाथ रख दिया और उनकी गांड़ पर हाथ फेरने लगा।मौसी चुपचाप सब्जियां काट रही थी।
मैं– ये तो बहुत शानदार है मौसी।
मौसी ने कुछ नहीं कहा। अब मैं मौसी की गांड पर हाथ फेरता रहा।फिर मैं मौसी के पीछे चिपककर खड़ा हो गया और मौसी के बूब्स को दबाने लगा।तभी मौसी के मुंह से सिसकारी निकल पड़ी। Aunty Sex Story
मौसी– आईईईई।
मैं– बहुत मस्त है।
अब मैंने मौसी की साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया और उनके बूब्स को अच्छी तरह से दबाने लगा। इधर मेरा लन्ड टाइट होकर मौसी की गांड में घुसने के लिए उतावला होने लगा।तभी मैंने मौसी का हाथ पकड़ा और उन्हें लंड पकड़ा दिया। अब मौसी मेरे लन्ड को मसलने लगी और मैं मौसी के बूब्स को दबाने लगा। धीरे धीरे हम दोनों बहुत ज्यादा गरम हो रहे थे।मौसी बहुत ज्यादा तेज तेज सांसें ले रही थी। मैं उनके बूब्स को अच्छी तरह से दबा रहा था। मौसी की चूत की गहराई को नापा
तभी मैंने मौसी को पलटकर मेरी तरफ कर लिया। अब मैंने मौसी के रसीले होंठों पर मेरे प्यासे होंठ रख दिए और ताबड़तोड़ तरीके से मौसी के होंठो को चूसने लगा।मौसी को तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैं जल्दी जल्दी मौसी के होंठो को खा रहा था और उनके ब्लाउज में हाथ डालकर उनके बूब्स को मसल रहा था।
अब पूरे किचन में आउच पुच्छ पुच्छ आउच पुच्छ पुच्छ आउच पुच्छ पुच्छ की आवाजे गूंजने लगी।हम दोनों काम वासना में डूब चुके थे।फिर मैंने बहुत देर तक मौसी के होंठो को चूसा।
अब मैं लोवर, अंडरवेयर और टीशर्ट खोलकर पूरा नंगा हो गया। अब मैंने रागिनी मौसी को लंड पकड़ा दिया। मौसी मेरा इशारा समझ गई और तुरंत नीचे बैठ गई। अब मौसी मेरे लन्ड को मसलने लगी।मौसी बहुत अच्छी तरह से मेरे लन्ड को मसल रही थी।मुझे मौसी से लंड मसलवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।फिर थोड़ी देर लंड मसलकर मौसी ने लंड को मुंह में डाल लिया और उसे चूसने लगी।मौसी बहुत अच्छे तरीके से मेरा लन्ड चूस रही थी।
मैं– ओह मौसी,आह आह मज़ा आ रहा है।ओह आह।
मौसी लपक लपककर मेरा लन्ड चूस रही थी मौसी के बाल बार बार नीचे गिर रहे थे। अब मैं मौसी के बालो को संवार रहा था।थोड़ी देर में ही मौसी मेरे लन्ड को पूरा गीला कर चुकी थी।
मैं– आह आह ओह मौसी।ऐसे ही चूसो।
मौसी सबड सबड़कर मेरे लन्ड को चूस रही थी।मौसी को मेरा लन्ड चूसने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।ऐसा लग रहा था जैसे मौसी बहुत दिनों से लंड की प्यासी हो।वो तो बस लंड चूसती ही जा रही थी।
मैं– ओह मौसी बहुत बड़ी खिलाड़ी वो आप।
मौसी मसल मसलकर मेरे लन्ड को चूस रही थी। मौसी की लंड चूसने की अदा पर मै फिदा हो चुका था।फिर मौसी ने बहुत देर तक मेरे लन्ड को चूसा। अब मैंने मौसी के सिर को पकड़ा और मौसी के मुंह में लंड डालकर मौसी के मुंह को चोदने लगा।
मेरा लन्ड गपाघाप मौसी के मुंह में अंदर बाहर हो रहा था। मुझे मौसी के मुंह को चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मौसी बिना कोई नखरे दिखाए मुंह में मेरा लन्ड लेे रही थी। Desi Sex Kahani
मैं– ओह मौसी,बहुत मज़ा आ रहा है। आह ओह।
मैं गापाघाप मौसी के मुंह को चोद रहा था।तभी मैंने मौसी के मुंह में मुंह में ज़ोर से लंड ठूस दिया। अब महुस।मौसी की जान हलक में आ गई। मौसी बहुत बुरी तरह से झटपताने लगी।फिर मैंने लंड बाहर निकाला तब जाकर मौसी की जान में जान आई।
अब मैंने थोड़ी देर और मौसी के मुंह को चोदा। अब मैंने मौसी को बाहों में उठाया और उन्हें बेडरूम में ले आया। अब मैंने तुरंत मौसी को बेड पर पटक दिया और मौसी की टांगो को खोलकर मौसी की हरे रंग की पैंटी को उतार लिया। अब मौसी की चूत मेरे लन्ड के सामने नंगी थी।मौसी की चूत काली काली झांटों से भरी हुई थी।उन्हीं घनी झांटों के बीच में मुझे गुलाबी रंग की झील नजर आ रही थी। मौसी की चूत की गहराई को नापा
अब मैंने मौसी की टांगो को फोल्ड कर दिया और लंड को मौसी की चूत पर सेट कर दिया। अब मैंने मौसी के कंधो को पकड़कर ज़ोरदार धक्का लगाया और मेरा लन्ड एक ही बार में मौसी की चूत के झाड़ झंकड़ो को तोड़ता हुआ सीधा मौसी की चूत में गहराई में जा घुसा।तभी मौसी ज़ोर से बिलबिला उठी।
मौसी– आईईईई मर गई।आईईईई।
मेरा लन्ड अच्छी तरह से पूरा मौसी की चूत में फिट हो चुका था।फिर मैंने लंड बाहर निकाला और फिर से ज़ोर से मौसी की चूत में लंड ठोक दिया।मौसी फिर से बोल उठी।
मौसी– आईईईई आईईईई आईईईई मर गई।आईईईई आईईईई।
अब मैं दे दना दन मौसी को चोदने लगा।मुझे रागिनी मौसी को चोदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।मौसी भयंकर दर्द से तड़प रही थी।मेरा लन्ड जल्दी जल्दी मौसी की चूत को फाड़ रहा था।
मौसी– आईईईई आईईईई आईईईई ओह आह आह आईईईई।
मैं बिना कुछ कहे मौसी को गांड़ हिला हिलाकर अच्छी तरह से बजा रहा था। मौसी दर्द से तड़प रही थी। मैं खचाखच मौसी की चुदाई कर रहा था।
मौसी– आईईईई आईईईई ओह ओह आह आह आह ओह।
मेरा लन्ड जबरदस्त तरीके से मौसी की ठुकाई कर रहा था। मौसी से मेरे लन्ड को झेल पाना मुश्किल हो रहा था। मैं तो बस मौसी को पेले जा रहा था।आज मै मौसी की चूत की पूरी गर्मी शांत करना चाहता था। तभी मौसी की तेज आवाजे रुक गई और कुछ पल में ही मौसी की चूत गाडे लावे से भर गई। अब मेरा लन्ड मौसी की चूत में खछ खाच्छ पच्छ पच्छ की ज़ोरदार आवाजे निकलने लगी। मैं मौसी को खूब मजे लेकर चोद रहा था। मौसी को चुदवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
मौसी– ऊंह आह आह ओह ऊंह आह आह आईईईई।
मैं खचाखच मौसी की चूत में लंड पेल रहा था।
मैं– ओह मौसी बहुत शानदार माल हो आप।मेरी नजर तो आप पर पड़ी ही नहीं थी।
मौसी– आईईईई आईईईई ओह आह आह ओह।
मैं– बहुत मज़ा आ रहा है मौसी।
मौसी– आईईईई आईईईई आईईईई ऊंह।
मैं मौसी को चोदे जा रहा था।मौसी भी बहुत अच्छी तरह से चुद रही थी।तभी मौसी फिर से झड़ गई।मेरा लन्ड मौसी के चूत रस में भीग गया।……..
कहानी जारी रहेगी………….. आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरूर बताएं– [email protected]

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