दोस्तों कैसे हो आप, अन्तर्वासना स्टोरी साइट पर ये मेरी दूसरी कहानी है, दोस्तों यदि आपने मेरी पहली कहानी “मेरी बीबी और उसकी सेक्सी कामनाये” नहीं पढ़ी है तो उसे जरूर पड़े वो कहानी भी काफी हॉट और सेक्सी है तो दोस्तों मैं अपनी कहानी शुरू करता हूँ जैसा की मैंने अपनी पहली कहानी में बताया था की कैसे मेरे बड़े भाई ने मेरी बीबी की चुदाई की थी, मेरी बीबी ने भैया से चुदकर उनके लंड के अमृत से एक बच्चा पैदा किया था.
यदि आप लोगो ने कहानी पढ़ी होगी तो मैंने वहा मैंने जिक्र किया था की मनु भाई ने मेरी बीबी के पहले मेरी दोनों बहनो की भी चुत मारी थी ये कहानी मेरी बहन वेदिका और मनु भाई के संबधो के बारे में ही है तो चलिए कहानी शुरू करते है, बात करीब १५-१६ साल पहले की है जब ना तो मेरी शादी हुयी थी ना ही मनु भाई और वेदिका की वो दोनों एक ही क्लास में पढ़ते थे.
वेदिका मनु भाई के साथ ९वी क्लास से पढ़ रही थी वेदिका गोरी चिट्टी भरे हुए बदन की लड़की थी एक कामुक लड़की में जो चाहिए वो उसमे सब था मसलन उसकी गांड ४०-४५ साल की औरतो की तरह बड़ी थी उसकी चूचिया सीना फाड़कर बाहर निकलने को आतुर रहती थी कुल मिलाकर वेदिका एक चुदाई का सामान थी मोहल्ले के सारे लड़के उसको देख कर ही अपना पानी निकालते थे,
मनु का घर हमारे घर से दो घर छोड़कर था मनु के पापा मुंबई में एक बैंक में ब्रांच मैनेजर थे मनु को पैसो की कोई कमी नहीं थी मेरी मम्मी मनु को अपने बेटे से भी बढ़कर मानती थी मैं भी मनु को बड़ा भाई ही कहता था मनु की माँ वक्त से पहले ही चली गयी थी घर में सिर्फ मनु ही रहता था वो अपने घर कम हमारे घर ही ज्यादा रहता था. Antarvasna Story
बात उनदिनों की है जब मनु और वेदिका दोनों कालेज के दूसरे साल में पढ़ाई कर रहे थे मैं उस समय ८वी में था मैं, वेदिका दीदी के साथ रात में मनु के यहाँ पढ़ने जाते थे हम तीनो रात में एक साथ पढ़ते और मनु के ही घर में सोते थे मुझे उस समय चुदाई के बारे में थोड़ा थोड़ा ही पता था चूँकि मनु और वेदिका एक ही क्लास में थे तो वो दोनों एक ही रूम में साथ पढ़ते थे और मै दूसरे रूम में पढ़ता जब नींद आ जाती तो मै वही एक पलंग पर सो जाता था उन दिनों मै करीब दस-साढ़े दस बजे तक सो जाता था
जबकि सुबह आठ बजे से पहले नहीं उठता था, मनु और वेदिका देर रात तक पढ़ते थे और मेरे जागने से पहले ही उठ जाते थे, एक रात करीब सुबह के चार बजे मुझे बहुत जोरो की सुसु आयी, मै नींद से जाग गया मै बाथरूम गया और सुसु कर करके अपने बेड पर वापस आने लगा वापस आते समय मैंने देखा की मनु भाई के रूम में जीरो का लाइट जल रहा था .
मैंने सोचा की शायद ये दोनों अभी भी पढ़ रहे हो मेरे कदम उनके रूम की ओर बढ़ गए मैंने हलके से दरवाजा खोला मुझे थोड़ा अजीब लगा क्योकि मनु भाई और वेदिका दोनों एक ही बेड पर चिपक कर सोये हुए थे दोनों ने एक पतली चादर ओढी हुयी थी, वो चादर के अंदर नंगे थे या नहीं मुझे ये तो समझ नहीं आ रहा था पर मुझे ऐसा लग रहा था की उनके कपड़े बेड के निचे थे एक लेडीज पेंटी जैसा कुछ मुझे उनकी पढ़ाई की टेबल के पास साफ साफ नजर आ रहा था.
तो क्या वेदिका मनु भाई से नंगी चिपक कर सोयी थी, हालाँकि मै श्योर नहीं था मै वापस आ कर अपने रूम में चला गया जैसे की मै पहले ही बता चूका हूँ की मुझे चुदाई के बारे में कुछ ज्यादा नहीं पता था तो मै रात भर सोचता रहा की आखिर वो क्या था, सुबह मै देर तक सोता रहा मै जब उठा तो मनु और वेदिका सामान्य व्यवहार कर रहे थे,
मै अपने दोस्त शोएब की पास गया शोएब से मेरी काफी गहरी दोस्ती थी मै उससे और वो मुझसे कोई बात नहीं छिपाते थे हालांकि शोएब मुझसे दो साल बड़ा था पर वो मेरी ही क्लास में था मैंने उसको सारी बात बताई सब सुनने के बाद शोएब बोला की मनु भाई वेदिका दीदी को सारी रात नंगा करके चोदते होंगे मैं चुदाई का मतलब सिर्फ इतना समझता था की पति और पत्नी रात में चिपक कर सोते है
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तो मैंने शोएब को कहा की – यदि मनु भाई वेदिका दीदी की चुदाई करते है तो वो दोनों नंगे क्यों हुए थे , तब शोएब हंसकर बोला – अबे चूतिये चुदाई बिना नंगे हुए हो ही नहीं सकती फिर वो विस्तार से चुदाई के बारे में बताने लगा की कैसे रात में मनु भाई मेरी दीदी की चुत में अपना लंड फसा कर उसको चोद चोद कर उसकी गांड या चुत में अपना पानी गिराते होंगे, उसकी बात सुन कर पहली बार मेरी लुल्ली खड़ी हो गयी,
शोएब का लंड तो पहले से ही खड़ा था, शोएब ने मेरे सामने ही अपना लंड निकाल लिया और वेदिका का नाम लेकर मुठ मारने लगा करीब १० मिनट बाद उसने वीर्य की पिचकारी मार दी और मुझसे बोला – यार मै तेरी बहन की चुदाई लाइव देखना चाहता हूँ तू भैया को बोल देना की शोएब भी आज से रात में पढ़ने आएगा. मैंने ये बात मनु भाई को बताई तो वो ना नुकुर करने लगे पर मैंने बहुत रिक्वेस्ट की तो उन्होंने कहा की तुम दोनों एक साथ अलग रूम में ही पढ़ना और ८ बजे से १० बजे तक ही पढ़ कर जल्दी सो जाना,
मै वेदिका के साथ दूसरे रूम में पढूंगा हमको डिस्टर्ब मत करना. मै बहुत खुश हुआ ये बात मैंने शोएब को बताई वो बहुत खुश हुआ वो रात करीब ७ बजे ही मनु भाई के घर अपनी पुस्तके लेकर चला गया थोड़ी देर बाद मैं और वेदिका दीदी मनु भैया के घर गए मैं शोएब के साथ एक रूम में जबकि मनु भाई और वेदिका दूसरे रूम में पढ़ने लगे.
रात करीब दस सवा दस बजे हम दोनों ने रूम का लाइट बंद कर दिया और दरवाजा बंद कर खिड़की के रस्ते बहार निकल आये, हम दोनों मनु भैया की बहार की तरफ खुलने वाली खिड़की के तरफ गए और चुपचाप खिड़की के छेद में आंख लगाकर देखने लगे.
जैसे ही हमारे रूम की लाइट बंद हुयी मनु भैया ५ ने मिनट बाद बहार आकर तस्सली की हम दोनों सो गए, जब वो पूरी तरह संतुष्ट हो गए तो अपने रूम में आकर दरवाजा बंद कर लिया, वेदिका भैया के बेड पर आ गई थी उसने आते ही भैया से पूछा की – क्या दोनों सो गए ? भैया बोले – हाँ गहरी नींद में सो गए है अब मैं अपना काम कर सकता हूँ ,
वेदिका बोली – हां जानू अब जब तक तुम मुझे चोद कर एक दो बार झड़ा न दो तब तक तस्सली नहीं होती मनु- हां मेरी रंडी जब तक तुझे चोद न लू मुझे भी नींद नहीं आती, उस समय वेदिका ने टॉप और स्कर्ट पहना हुआ था जबकि मनु बरमूडा और टी शर्ट में था, मनु बेड पर कूद गया उसने वेदिका को जोरो से जकड़ लिया वो उसको बेतहाशा चूमे जा रहा था अब मनु का लंड तन गया था और बरमूडा फाड़कर बहार आने को तैयार था.
मेरी बहन भी अब पूरी तरह गरम होकर चुदने को तैयार थी, मनु टॉप के ऊपर से ही वेदिका की चूची जोर जोर से दबा रहा था वेदिका की कामुक सिसकारियों से कमरा गूंजने लगा वो आआआह उफ्फ्फ इस्स्स्सस्स्स्स इस तरह की आवाजे निकाल रही थी, इधर ये सीन देखते हुए शोएब और मेरा भी लंड तन गया था. उधर मनु और वेदिका एक दूसरे को जोर जोर से चूमे जा रहे थे
अचानक मनु ने वेदिका के टॉप को ऊपर खींच कर निकाल दिया साथ ही उससे चिपके चिपके ही उसके स्कर्ट को भी निचे कर निकाल कर फेंक दिया अब वेदिका ब्रा और चड्डी में ही थी मनु भाई वेदिका के ओठों को लेमनजूस की तरह चूस रहा था साथ ही वो वेदिका की चूचियों को मसले जा रहा था, वेदिका भी मनु का भरपूर साथ दे रही थी, मनु भाई ने वेदिका को पलटा दिया और अब वो उसकी पीठ को चूमे जा रहे थे उन्होंने अपने दांतो से वेदिका की ब्रा की स्ट्रिप खोल दी अब वेदिका के कबूतर आजाद थे,
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मैंने पहली बार वेदिका के स्तन देखे थे, वेदिका के स्तन काफी बड़े थे उसपर भूरे कलर के चुचुक काफी शोभा बड़ा रहे थे, मनु भाई एक हाथ से वेदिका के एक थन दबा निचोड़ रहा था जबकि वो दूसरी चूची को मुँह में लेकर चूस रहा था वेदिका आआआह! उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़! इस्स्स्सस्स्स्स! इस तरह की आवाजे निकाल रही थी अब मनु भाई वेदिका की नाभि में अपनी जीभ चला रहे थे
जबकि उनके हाथ वेदिका के दोनों स्तनों को मसल रहे थे इसी तरह थोड़ी देर करने के बाद मनु कुछ निचे आकर वेदिका की चड्डी के ऊपर से उसकी चुत दांतो से काटने लगा साथ ही वो उसकी चुत को सूंघे भी जा रहा था वेदिका अपने दोनों हाथो से चादर को पाकर कर अपना सर इधर उधर मार रही थी, वो सेक्स के लिए बुरी तरह पागल हो गयी थी, जबकि मनु वेदिका की चुत को जोर जोर से काटते और मसलते जा रहा था,
वेदिका के लिए ये बर्दाश्त के बहार था वेदिका आआहहहहहहह! एईई ईईएईएस करते हुए जोर जोर से झटके देते हुए चड्डी में ही बुरी तरह झड़ने लगी, मनु ने वेदिका की चड्डी को उतार दिया, उसने वेदिका की चड्डी में लगे हुए माल को स्वाद ले ले कर चाटने लगा, उसने चड्डी को पूरी तरह से चाट चाट कर साफ कर दिया करीब करीब ५० ग्राम वेदिका के चुत से निकले चुतरस को मनु भाई ने पूरा ख़तम कर दिया,
वेदिका झड़ने के बाद बिस्तर पर निढाल पड़ी थी जबकि मनु अभी भी वेदिका चुत और जांघ पर लगे माल को चाट रहा था जब मनु भाई को तस्सली हो गयी की अब उसने सारा माल चाट लिया है तो उसने अपने कपड़े उतार दिया वो अब पूरी तरह नंगा था मनु का बांस जैसा लंड काफी बड़ा था करीब ८ इंच लम्बा और २.५ इंच तक चौड़ा,
उसके बाद मनु ने वेदिका की गांड में ऊँगली करते हुए उसे अपनी बाहो में भर लिया अब वो वेदिका के सारे बदन को चूमते हुए वेदिका को गरम करने की कोशिश कर रहा था मनु वेदिका की चूचियों को चूस काट रहा था वेदिका भी अब गरम होने लगी थी मनु अब वेदिका की चुत के तरफ आ गया उसने वेदिका की चुत के ओठों को थोड़ा सा फैला कर अपनी लपलपाती जीभ उसके चुत के अंदर बहार करते हुए उसे जीभ से चोदने लगा जबकि उसके दोनों हाथ वेदिका की चुची मर्दन कर रहे थे,
वेदिका अपने दोनों हाथो से मनु के सर को अपनी चुत पर दबा रही थी साथ ही जोर जोर से अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह उउउउउउफ एससससस आईईईई इस तरह की आवाजे भी निकाल रही थी. ये सब देखते हुए इधर शोएब भी अपना लंड निकाल कर मुठ मार रहा था. मैंने शोएब से पूछा – शोएब! क्या इसी को चुदाई कहते है? तो शोएब बोला- अबे चूतिये अभी तो वो तेरी बहन को चोदने के लिए गरम कर रहा है,
जब वो अपना बांस जैसा लवड़ा उसकी चुत में डालकर शॉट मारेगा और अपना पानी उसकी बच्चेदानी में डालेगा तभी चुदाई कम्पलीट होगी तू चुपचाप देखते रह, मेरे को डिस्टर्ब मत कर वैसे भी तेरी बहन की चुत देखकर मेरा भी पानी जल्दी निकलने वाला है. शोएब की बात मान मैं फिर से बहन की चुदाई देखने लगा, मनु अब वेदिका की चुत को जोर जोर से चूस रहा था वेदिका सेक्स के आनंद में गोते लगा रही थी वो अपना सर जोर जोर से पटक रही थी,
और ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह! आआआआह! इस्स्स्सस्स! ओह्ह्ह माआआ! जबकि उन दोनों की सांसे जोर जोर से चल रही थी. अचानक वेदिका का बदन फिर से अकड़ने लगा, मनु ने इस बात को तुरंत भाप कर वेदिका की गांड के निचे हाथ लगाकर उसकी चुत को अपने मुँह में दबा लिया और इसी वक्त वेदिका ने झड़ना चालू कर दिया मनु ने वेदिका की चुत को अपने मुँह में भर लिया और फिर से वेदिका का माल पिने लगा दूसरी बार झड़ने के बाद वेदिका थोड़ी थक सी गयी थी पर मनु भाई अभी भी फुल फॉर्म में थे
उन्होंने फिर से वेदिका की चूची चूसना और दबाना चालू किया साथ ही वो उसके पुरे बदन को चूमने लगा अब वेदिका भी मनु भाई का सहयोग कर रही थी जिस प्रकार वेदिका झड़ने के बाद भी जल्द फिर से गरम हो जा रही थी इससे पता चल रहा था की वेदिका को चुदाई की प्यास काफी ज्यादा है, मनु भाई ने अब वेदिका की चुत को रगड़ना चालू किया और उसकी गांड को थोड़ा ऊपर उठाकर गांड के निचे एक तकिया लगा दिया.
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ऐसा करने से वेदिका की चुत खुल कर दिखने लगी वेदिका की चुत पाव रोटी की तरह फूली हुयी थे साथ ही रोज चुदने के कारन थोड़ी ज्यादा ही खुली थी, ये देखकर मेरा भी लंड तन गया मैं भी अपने लंड को मुठियाने लगा जबकि शोएब एक बार पानी निकालने के बाद फिर से मुठ लगा रहा था, शोएब मुझसे बोला – भाई अब टाइम आ गया अब मनु भाई तेरी बहन की चुत मारेंगे.
इधर मनु भाई ने भी अपने लंड को हाथ में लेकर उसकी चमड़ी को आगे पीछे किया और वेदिका की चुत के छेद में अपने सुपाड़े को लगाकर हल्का सा धक्का लगाया, इस धक्के से वेदिका की चुत खुलते हुए मनु के लंड को आधे से ज्यादा अंदर ले लिया, वेदिका की हलकी सी चीख निकल गयी हालाँकि वेदिका मनु भाई से कई दिनों से चुद रही थी फिर भी मनु भाई के लंड के आगे चुत कमतर ही थी,
मनु भाई ने चीख सुनकर वेदिका को गाली दी – तेरी बहन को चोदू मादरचोद साल भर से रोज चुद रही है फिर भी हर बार कुंवारी लड़की की तरह चीखती है वेदिका बोली – भोसड़ीके तेरे अलावा आज तक मैं ३ और लोगो से भी चुदी हूँ पर तेरे लंड में जो बात है वो किसी में नहीं जब से तूने मेरी सील तोड़ी है तब से चोदे कोई भी मजा तो तुझ से आता है. मनु बोला – तेरी बहन को चोदू मादर्चोद मै तो सोच रहा था की मै ही तुझको चोदता हु,
तू तो रंडी निकली ऐसा कह कर उसने अपने लंड को खींच कर एक और शॉट लगाया. वेदिका – अह्ह्ह्हह चुत मारिके क्या चोदता है रे तू हर बार मेरे को तू ही झडा पाया है और कोई नहीं, मनु – हां मादर्चोद अब तेरी बहन कोमल की भी सील तोडूंगा और अब चुपचाप रह नहीं तो गांड फाड़ दूंगा. वेदिका बोली – मना किसने किया है मेरी जान तू कोमल की चुत को चोद चोद कर भोसड़ा बना दे,
ले अब तेरा पानी निकलते तक मैं चुप रहूंगी. मनु ने फिर लगातार दो धक्के लगाए और उसका ८ इंच लम्बा लंड वेदिका की चुत की गहराइयों में समा गया अब मनु वेदिका को जोर जोर से चोदने लगा, हर धक्के के साथ वेदिका आनंद के सागर में गोते लगा रही थी पुरे कमरे में वेदिका की सिसकारियों की आवाजे और चुत और लन्ड के टकराने से टप – टप, पट-पट की आवाजों से कमरा गूंजने लगा,
वेदिका की सांसे धोकनी के समान चलने लगी साथ ही अब वो जोर जोर से आवाजे भी निकल रही थी आआआआह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आइइइइइइ एससससस उईईईईई साथ ही अब मनु के धक्के भी काफी तेज हो गए थे वेदिका ने मनु को एकदम से जोरो से पकड़ लिया और वो जोर जोर आअह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह करते करते हुए फिर से झड़ने लगी, परन्तु मनु के धक्को में कोई कमी नहीं आयी उसका लंड अभी भी वेदिका की चुत को बुरी तरह चोदे जा रहा था,
वेदिका के झड़ने के कारण अब कमरे में पट पट की जगह फच फच की आवाजे आ रही थी, करीब आधे घंटे बाद वेदिका के चेहरे पर फिर से उत्तेजना के भाव आ गए वो फिर चुदने का मजा लेने लगी, मनु के लंड का हर धक्का वेदिका की बच्चेदानी तक चोट कर रहा था, अचानक मनु ने अपनी स्पीड बड़ा दी अब उसने वेदिका को अपनी गोद में बिठाकर धक्के देने लगा वेदिका ने अपने पैर मनु की कमर में लपेट लिया वेदिका अब मनु की गोद में ऊपर निचे होने लगी,
मनु वेदिका की चूची चूसने लगा वो उसके दूद पर इधर उधर चूमने काटने लगा अब मनु भी झड़ने के करीब था और १० मिनट बाद उसने अपनी स्पीड बड़ा दी और वो वेदिका के साथ ही वो वेदिका के अंदर ही झड़ने लगा मनु के लंड से निकला गरम गरम लावा वेदिका की बच्चेदानी को गिला करने लगा वेदिका की चुत मनु के वीर्य से लबालब भर गयी,
झड़ने के बाद भी मनु ने ३-४ धक्के और लगाए और अंत में पूरा का पूरा लंड वेदिका की चुत में जड़ तक घुसा कर वेदिका को पकड़े ही धम्म से बेड पर गिर गया मनु का खूंटे जैसा लंड अभी भी वेदिका की चुत में फसा हुआ था लंड के तनाव में अभी भी कोई कमी नहीं आयी थी करीब 10 मिनट बाद मनु ने अपना लंड धीरे धीर वेदिका की चुत से निकाला, उन दोनों का कामरस वेदिका की चुत से निकलते हुए निचे बिस्तर पर बहने लगा,
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मनु ने वेदिका के माथे पर किस किया और बोला – क्यों मेरी छिनाल मजा आया की नहीं? वेदिका बोली – मजा तो बहुत आया पर मुझे लगता है की मैं फिर पेट से हो जाउंगी, तुने मुझे दो बार तो गर्भवती कर ही दिया है लगता है अब तीसरी बार भी बच्चा गिराना पड़ेगा , मनु बोला – इसमें मेरी गलती थोड़ी है तू खुद ही तो कंडोम के लिए मना कर देती है और गोली तू खाती नहीं और साथ ही मेरा पानी भी तुझे चुत में ही चाहिए अब बता मैं क्या करू?
क्या सिर्फ गांड ही मारते रहु? वेदिका बोली – ठीक है आज से मैं गोली खा लुंगी पर वो डेली वाली नहीं बल्कि वो जो चुदने के ७२ घंटे के अंदर खाते है वो वाली, मेरी ज्यादातर सहेलिया चुदने के बाद वही खाती है, मनु बोला – अरे साली तो तू डेली वाली खा या ७२ घंटे वाली चुदना तो तुझे मुझसे रोज ही है फिर दोनों एक दूसरे की बांहो में बांहे डाल कर सो गए,
शोएब भी दो बार मुठ मार चूका था उसने बताया की यही तेरी बहन की चुदाई है मैंने पहली बार लाइव चुदाई देखी फिर हम दोनों अपने कमरे में जाकर सो गए और हर दिन वेदिका की चुदाई देखने लगे कभी कभी मनु वेदिका की गांड भी मारता था और कभी कभी उसको अपना लंड चुसाता था. तो दोस्तों आपको ये कहानी कैसी लगी आप अपनी प्रतिक्रिया मेरे मेल पर भेज सकते है,
आप मेरा उत्साह वर्धन करते रहे तो मैं अपनी दूसरी बहन कोमल की भी चुदाई की कहानी जल्द ही प्रेषित करूँगा मेरा मेल आई डी है – jatin.1198@protonmail.com
धन्यवाद
आपका जतिन
आपकी कहानी बहुत ही सेक्सी हैं, आप ऐसे ही और कहानी लिखा करो.